चुनाव 2020 : बिहार की जमीं से विपक्षियों पर बरसे PM मोदी, बोले- MSP तो बहाना है, असल में दलालों को बचाना है

पटना। PM नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार चुनाव प्रचार में एंट्री करते हुए पहले ही दिन एक के बाद एक ताबड़तोड़ तीन रैलियों से बीजेपी के प्रचार अभियान को धारदार बनाया। रोहतास, गया और भागलपुर में CM नीतीश कुमार के साथ रैलियों को संबोधित करते हुए PM मोदी ने एक तरफ लोगों को RJD शासन की याद दिलाते हुए दोबारा राज्य में जंगलराज ना लौटने देने की अपील की तो रोजगार और किसानों के मुद्दे पर तेजस्वी और राहुल गांधी को घेरा। PM ने LJP का जिक्र तो नहीं किया, लेकिन बार-बार यह जरूर दोहराया कि नीतीश कुमार ही अगले मुख्यमंत्री होंगे। माना जा रहा है कि उन्होंने इससे LJP को संदेश दिया है, जिसके नेता चिराग पासवान लगातार नीतीश कुमार को सत्ता में पहुंचने से रोकने की बात कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने लालूराज की याद दिलाते हुए कहा, ”आज बिहार में पीढ़ी भले बदल गई हो, लेकिन बिहार के नौजवानों को ये याद रखना है कि बिहार को इतनी मुश्किलों में डालने वाले कौन थे? बिहार के लोग भूल नहीं सकते वो दिन जब सूरज ढलते का मतलब होता था, सब कुछ बंद हो जाना, ठप्प पड़ जाना। आज बिजली है, सड़के हैं, लाइटें हैं और सबसे बड़ी बात वो माहौल है जिसमें राज्य का सामान्य नागरिक बिना डरे रह सकता है, जी सकता है।” इससे पहले पीएम ने कहा कि अगर बिहार में विरोध और अवरोध को जरा भी मौका मिला तो बिहार की गति और प्रगति दोनों धीमी पड़ जाएगी। इसलिए, नीतीश जी की अगुवाई में भाजपा, जेडीयू, हम और वीआईपी के गठबंधन यानी एनडीए को एक-एक वोट पड़ना चाहिए।

PM मोदी ने जनता से पूछा कि बिहार बेहतर कानून व्यवस्था का हकदार है। ये कौन सुनिश्चित करेगा? वो जिन्होंने गुंडों को खिलाया-पिलाया पाला या वो जिन्होंने गुंडों पर डंडा चलाया। बिहार निवेश का हकदार है। ये कौन सुनिश्चित कर सकता है? जिन्होंने बिहार को जंगल-राज बना दिया या जो लोग बिहार को सुशासन दे रहे हैं, बिहार के विकास में जी जान से जुटे हैं। बिहार विकास का हकदार है। विकास कौन सुनिश्चित करेगा? वो जिन्होंने केवल अपने परिवार का विकास किया या वो जो लोगों की सेवा में अपना परिवार भी भूल गए। बिहार रोजगार और उद्यमों का हकदार है। बिहार वो स्थान है जहां लोकतंत्र के बीज बोए गए थे। क्या जंगलराज में कभी भी विकास और लोकतांत्रिक मूल्य फल-फूल सकते हैं? बिहार भ्रष्टाचार मुक्त शासन का हकदार है। इसे कौन सुनिश्चित करेगा? खुद भ्रष्टाचार में लिप्त लोग या भ्रष्टाचारियों से लड़ने वाले लोग? पीएम मोदी ने कहा कि जब-जब बिहार ने इन लोगों पर विश्वास किया है, इन लोगों ने बिहार के साथ, बिहार के गौरव के साथ विश्वासघात किया गया है। बिहार को लूटकर इन लोगों ने अपने परिवार की तिजोरियां भरी हैं, रिश्तेदारों को अमीर बनाया है।

केंद्र के नए कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार को घेर रहे कांग्रेस पार्टी और राजद पर पलटवार करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब ये लोग सरकार में थे उसकी तुलना में बिहार में ही धान की सरकारी खरीद चार गुना और गेहूं की सरकार खरीद पांच गुना बढ़ी है। इनके पास आज तक इसका जवाब नहीं है कि जब इनकी सरकार थी तब एमएसपी पर फैसला क्यों नहीं लिया? ये एनडीए की ही सरकार है, जिसने किसानों को लागत का डेढ़ गुना एमएसपी देने की सिफारिश लागू की थी। एनडीए के विरोधी दल जब किसानों के लिए कुछ कर नहीं पाए तो अब किसानों को लगातार झूठ बोलने में जुट गए हैं। आजकल ये लोग एमएसपी को लेकर अफवाहें फैला रहे हैं।

पीएम ने कहा कि अब बिहार के गांवों में, छोटे शहरों में कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था का और विस्तार होगा। जो नए कानून बने हैं उससे यहां के आम, मक्का, लीची, केले की पैदावार करने वाले किसानों को बहुत मदद मिलने वाली है। नए प्रावधानों से खेत के पास ही स्टोरेज की सुविधाएं तैयार होंगी। हाल ही में देश की कृषि को आधुनिक बनाने के लिए बड़े सुधार किए गए हैं, उनका भी लाभ बिहार के किसानों को होगा। मंडियों से जुड़ा कानून तो यहां पहले ही खत्म कर दिया गया था अब बिहार में कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर पर और तेजी से काम होने की संभावना बनी है।

भागलपुर की आज की आखिरी रैली में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने तेजस्वी यादव के 10 लाख सरकारी नौकरियों को वादे पर भी निशाना साधा। बगैर नाम लिए ही पीएम मोदी ने कहा कि यह सिर्फ और सिर्फ रिश्वत कमाने का जरिया भर है। पीएम मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने सरकारी नौकरियों को रिश्वत का जरिया बना लिया था, वे फिर से युवाओं पर नजर गड़ाए बैठे हैं। उन्हें नौकरी से मतलब नहीं बल्कि रिश्वत का साधन चाहिए। बिहार की जनता उनके इस चाल को समझ चुकी है और उन्हें इसमें सफल नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि जब मौका मिले तो उन्होंने राज्य की जनता का कल्याण करने की बजाय सिर्फ अपनी तिजोरियों को भरा और अब नौकरी की बात कर रहे हैं। गौरतलब है कि राजद नेता तेजस्वी यादव अपनी सभी रैलियों में रोजगार और विकास का मुद्दा उठा रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मंच साझा करते हुए जनता से अपील की कि NDA को बहुमत देकर एक बार फिर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया जाए। मोदी ने कहा, ”एक बात जो बिहार के लोगों में बहुत अच्छी होती है, वो है उनकी स्पष्टता। वे किसी भ्रम में नहीं रहते।’ उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों ने मन बना लिया है, ठान लिया है कि जिनका इतिहास बिहार को बीमारू बनाने का है, उन्हें आसपास भी फटकने नहीं देंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि जितने सर्वेक्षण हो रहे हैं, जितनी रिपोर्ट आ रही हैं, सभी में यही आ रहा है कि बिहार में फिर एक बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। मोदी ने कहा कि जब बिहार के लोगों ने इन्हें (विपक्ष को) सत्ता से बेदखल कर दिया और नीतीश कुमार को मौका दिया तो ये बौखला गए और इसके बाद 10 साल तक इन लोगों ने संप्रग सरकार में रहते हुए बिहार पर, बिहार के लोगों पर अपना गुस्सा निकाला।

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