पॉप सिंगर रिहाना, पॉर्न स्टार मिया खलीफा, ग्रेटा थनबर्ग ने किया किसान आंदोलन का समर्थन, फिरंगी ‘वाम प्रपंच’ से आरही अंतरराष्ट्रीय साजिश की बू

न्यूज़ डेस्क। जब किसी आंदोलन को स्थानीय समर्थन नहीं मिलता है, तो उसे जिंदा रखने के लिए बाहर से समर्थन लिया जाता है। गणतंत्र दिवस पर उपद्रव के बाद किसान आंदोलन का जनाधार खत्म हो चुका है। जिन किसानों को गमुराह किया गया था, वो इस आंदोलन से अलग हो चुके हैं। इस लिए अब अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने के लिए साजिशें की जा रही हैं। अंतरराष्ट्रीय पॉप सिंगर रिहाना, पॉर्न स्टार मिया खलीफा और पर्यावरणविद ग्रेटा थनबर्ग का किसान आंदोलन को समर्थन दिया जाना इसी साजिश का हिस्सा है।

2018 में अपने ‘फ्राइडे फॉर फ्यूचर’ आंदोलन से मशहूर हुई स्वीडन की 18 वर्षीय पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने कहा कि वह भारत में सरकार के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के साथ एकजुटता से खड़ी हैं। मंगलवार को ट्वीट करते हुए ग्रेटा थनबर्ग ने एक रिपोर्ट साझा की जिसमें प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच हुई झड़पों के परिणामस्वरूप दिल्ली में इंटरनेट बंद होने के बारे में लिखा हुआ था। इस रिपोर्ट को शेयर करते हुए ग्रेटा ने लिखा, “हम भारत में #FarmersProtest के साथ एकजुटता के साथ खड़े हैं।”

अब सवाल उठ रहे हैं कि ग्रेटा थनबर्ग को इंटरनेट बंद होने की चिंता है। लेकिन एक पर्यावरण कार्यकर्ता होते हुए भी पराली जालने से पर्यावरण को हो रहे नुकसान के बारे में कभी आवाज नहीं उठायी। लोगों का कहना है कि हो सकता है किसान आंदोलन में अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने वालों ने उन्हें पराली जलाने और उससे हो रहे नुकसान के बारे में बताया नहीं हो। अब उनकी किसान आंदोलन में एंट्री हो चुकी है, तो उन्हें पराली के बारे में भी बोलना चाहिए।

उधर अंतरराष्ट्रीय पॉप स्टार रिहाना ने मंगलवार को किसान आंदोलन को समर्थन देते हुए ट्वीट किया था। इसके साथ ही उन्होंने प्रदर्शन स्थल पर इंटरनेट बंद करने की आलोचना की। रिहाना विश्व स्तर की पहली स्टार हैं जिन्होंने किसान आंदोलन को समर्थन दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हम इसके बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं? हैशटैग किसान आंदोलन।’’

रिहाना की ये बात बॉलीवुड ‘क्वीन’ कंगना रनौत को रास नहीं आई और उन्होंने इस ट्वीट का जवाब काफी तीखे अंदाज में दिया। कंगना हमेशा से ही कृषि कानून के पक्ष में नजर आईं हैं, अब उन्होंने रिहाना को ‘मूर्ख’ कहा और कहा कि प्रदर्शनकारी किसान नहीं थे, लेकिन ‘आतंकवादी जो भारत को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं।’ कंगना ने जवाब देते हुए लिखा, ‘कोई भी इसके बारे में बात नहीं कर रहा है क्योंकि वे किसान नहीं हैं वे आतंकवादी हैं जो भारत को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि चीन हमारे कमजोर टूटे हुए राष्ट्र पर कब्जा कर सके और इसे संयुक्त राज्य अमेरिका की तरह चीनी उपनिवेश बना सके … आप मूर्ख बन बैठें, आप जैसे हमारे देश को नहीं बेच रहे हैं।’

https://twitter.com/KanganaTeam/status/1356640083546406913?s=20

पूर्व पोर्न स्टार मिया खलीफा भी किसान आंदोलन में कूद चुकी है। पॉर्न इंडस्ट्री में कई वर्षों तक काम कर के लोकप्रियता बटोर चुकीं अमेरिकी-लेबनानी मिया खलीफा ने 2014 में पॉर्न फिल्मों में एक्टिंग शुरू की थी और 2 महीने में ही सबसे ज्यादा देखी जाने वाली पॉर्न अभिनेत्री बन गईं। अब उन्होंने दिल्ली में चल रहे ‘किसान आंदोलन’ को लेकर मोदी सरकार पर मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाया है।

रिहाना, ग्रेटा थनबर्ग के बाद पॉर्न स्टार मिया खलीफा ने भी किसान आंदोलन के बारे में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा है। मिया ने एक फोटो शेयर किया और लिखा- पेड एक्टर्स ? कास्टिंग डायरेक्टर को कहना मुझे उम्मीद है कि अवॉर्ड सीजन के दौरान उनकी अनदेखी नहीं की जाएगी। मैं किसानों के साथ खड़ी हूं।

गौरतलब है कि पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग औ पॉप स्टार रिहाना, दोनों के ट्वीट में इंटरनेट बंद करने को लेकर सवाल उठाया गया है। दोनों ने एक ही मुद्दे को उठाया है। यह अंतरराष्ट्रीय साजिश की ओर इशारा करता है। देश विरोधी ताकतें और अढ़तिया मिलकर किसान आंदोलन का अंतरराष्ट्रीयकरण करना चाहते हैं, ताकि मोदी सरकार किसान विरोधी करार देकर प्रधानमंत्री मोदी की अंतरराष्ट्रीय छवि खराब की जा सके। जिस तरीके से अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में खालिस्तानी इस आंदोलन के समर्थन में उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं, उससे साबित होता है कि इस आंदोलन की ताकत देश की जनता नहीं, बल्कि देश विरोधी विदेशी ताकते हैं।

देश विरोधी ताकतें और अढ़तिया मिलकर किसान आंदोलन का अंतरराष्ट्रीयकरण करना चाहते हैं, ताकि मोदी सरकार किसान विरोधी करार देकर प्रधानमंत्री मोदी की अंतरराष्ट्रीय छवि खराब की जा सके। जिस तरीके से अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में खालिस्तानी इस आंदोलन के समर्थन में उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं, उससे साबित होता है कि इस आंदोलन की ताकत देश की जनता नहीं, बल्कि देश विरोधी विदेशी ताकते हैं।

गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने वाले प्रदर्शनकारियों ने जो उपद्रव किया, उसे पूरी दुनिया ने देखा। लेकिन ग्रेटा थनबर्ग, पॉर्न स्टार मिया खलीफा और पॉप स्टार रिहाना जैसे फर्जी किसान समर्थकों ने कुछ नहीं बोला है। उन्हें देश के तिरंग के अपमान और 394 पुलिसकर्मियों के जख्मी होने से कोई लेना-देना नहीं है। गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर दिल्ली में जो तांडव हुआ उसका किसी को दुख नहीं है। जब प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर इंटरनेट बंद किया, तो उन्हें इससे परेशानी हो रही है। इससे पता चलता है कि वे देश को अस्थिर करना चाहते हैं।

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