कोविड वैक्सीनेशन : एक मार्च से बुजुर्गों को सरकारी हॉस्पिटल में लगेगी फ्री वैक्सीन, जानें जरूरी बात….

नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीनेशन राउंड-2 की शुरुआत एक मार्च 2021 से होने वाली है। इस बारे में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार (24 फरवरी) को जानकारी दी है। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 1 मार्च से 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के 10 करोड़ से ज्यादा लोगों और 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोग जिनको कोई दूसरी बीमारी है उनका टीकाकरण किया जाएगा। 10 हजार सरकारी केंद्रों पर और लगभग 20 हजार से ज्यादा प्राइवेट अस्पतालों में यह टीका लगाया जाएगा। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, जो 10 हजार सरकारी केंद्रों यानी सरकारी अस्पताल में जाकर वैक्सीन लगवाएंगे उनको मुफ्त टीका लगेगा और जो प्राइवेट अस्पताल में लगावाएंगे उनको वैक्सीन का शुल्क देना होगा। शुल्क कितना होगा इसके बारे में स्वास्थ्य विभाग 2-3 दिन में घोषणा करेगा। आइए आपको कोरोना वैक्सीनेश राउंड 2 से जुड़ी हर बात बताते हैं, जो आपको जानना जरूरी है?

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि फ्री में कोरोना वैक्सीन उन 60 के पार बुजुर्गों को लगेगा, जो कोरोना का टीका लगवाने सरकारी केंद्र यानी सरकारी अस्पताल में जाएंगे। एक मार्च से शुरू हो रहे कोरोना वैक्सीनेशन राउंड के लिए केंद्र सरकार ने 10 हजार सरकारी केंद्रों यानी सरकारी अस्पतालों को चिन्हित किया है, जहां मुफ्त में कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। यानी जो भी 60 के पार बुजुर्ग या 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोग जिनको कोई दूसरी बीमारी है, वो इन सरकारी अस्पतालों में जाकर फ्री में कोरोना वैक्सीन लगवा सकते हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार देश में कुल 1,26,71,163 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई है। भारत में 16 जनवरी 2021 को कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई थी। भारत में विश्व का सबसे बड़ा कोरोना टीकाकरण अभियान चल रहा है।

केंद्र सरकार ने कहा है कि जो भी लोग एक मार्च से सरकार द्वारा चिन्हित 20 हजार प्राइवेट अस्पताल में से किसी भी हॉस्पिटल में वैक्सीन लगवाने जाते हैं तो उन्हें उसके लिए शुल्क देनी होगी। सरकार द्वारा निजी (प्राइवेट) अस्पतालों को उनके लिए शुल्क लेने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन प्राइवेट अस्पताल कोरोना वैक्सीन के लिए कितनी शुल्क लेंगे ये सरकार द्वारा दर तय और घोषित की जाएगी।

देश में यह पहली बार है जब प्राइवेट क्षेत्र को टीकाकरण करने में सक्रिय रूप से शामिल किया जा रहा है। इससे उन लोगों को कोरोना वैक्सीन मिल सकती है, जो वैक्सीन लेने के लिए तैयार हैं और उसका भुगतान करने के लिए भी तैयार हैं।

कोरोना वैक्सीनेश राउंड -2 से जुड़ी ये बातें भी जानें?

• सरकार ने कहा है कि कोरोना वैक्सीनेशन राउंड-2 के अधिकांश प्रोटोकॉल के विवरण को अभी अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। जिसके बारे में आने वाले कुछ दिनों में बताया जाएगा।
• साइन-अप की शुरुआत में आरोग्य सेतु मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से अनुमति दी जा सकती है, जिसे पिछले साल डिजिटल संपर्क ट्रेसिंग टूल के रूप में लॉन्च किया गया था।
• जो कोरोना वैक्सीन पाने वाले उम्मीदवार को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा जाएगा। जिसमें को-विन ऐप के लिए एक विकल्प होगा। वहां जाकर वैक्सीन के लिए इच्छुक लोग रजिस्ट्रेशन बुक कर सकते हैं।
• को-विन ऐप एक बार पंजीकृत होने के बाद, आप अपनी वैक्सीव खुराक प्राप्त करने में सक्षम हो जाएंगे। (जैसा कि अभीतक जानकारी दी गई है, इसमें बदलाव भी किए जा सकते हैं)
• कोमॉरबिडिटी (जिसमें एक से गंभीर बीमारी हो) वाले लोगों के लिए, सरकार एक सूची जारी कर सकती है। जो वैक्सीन के लिए प्राथमिकता की लिस्ट में सबसे आगे होंगे।
• सरकार इसके लिए अधिक जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर, बेसिक फोन वालों के लिए एक इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम और पंजीकरण के लिए एक वेब पोर्टल भी जारी कर सकती है।
• टीकाकरण स्थलों पर, खुराक की मांग करने वालों को सरकार द्वारा जारी पहचान पत्र दिखाकर अपनी पहचान साबित करनी होगी।
• भारत ने अब तक आपातकालीन उपयोग के लिए दो कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी है। पहला है कोविशिल्ड (एस्ट्राज़ेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित और सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित) और दूसरा है- भारत बायोटेक की कोवैक्सिन।

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