मनमानी करने वाले लोन ऐप्स पर चला Google का डंडा, यूजर्स सेफ्टी देखते हुए प्ले स्टोर से हुई छुट्टी

नई दिल्ली। Google इंडिया ने अपनी मनमानी चलाने वाले कुछ मोबाइल ऐप्स की प्ले स्टोर से छुट्टी कर दी है। पिछले कुछ समय से देश में लोन ऐप्स से होने वाली धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं जिसके बाद गूगल ने उन पर्सनल लोन ऐप्स को अपने प्ले स्टोर से हटा दिया है जो गाइडलाइन और लोकल कानून का पालन नहीं कर रहे थे। ज्ञात हो कि गूगल ने ये कार्रवाई यूजर्स द्वारा 10 लोन ऐप्स को लेकर की गई शिकायत के बाद की गई है। गूगल इंडिया ने अपने प्ले स्टोर से फ्रॉड लोन मोबाइल ऐप्स को हटाने का काम शुरू कर दिया है।

भारत में सैकडों पर्सनल ऐप्स को लेकर यूजर्स और सरकारी एजेंसियों ने शिकायतें दर्ज कराई जिसके बाद गूगल ने इन ऐप्स को रिव्यू किया। यूजर सेफ्टी पॉलिसी का उल्लंघन करने वाले ऐप्स को प्ले स्टोर से तुरंत हटा दिया गया। इसके अलावा गूगल ने उन लोन ऐप्स के डेवलपर्स को चेतावनी दी है जो कानूनों और रेगुलेशन का पालन नहीं कर रहे थे, गूगल के मुताबिक गाइडलाइन का उल्लंघन करने वाले ऐप्स को तुरंत प्ले स्टोर से हटा दिया जाएगा। गूगल ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा कि गूगल के प्रोडक्ट्स उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता हैं।

हालांकि Google ने उन लोन ऐप्स के नाम का खुलासा नहीं किया है जिसे प्ले स्टोर से हटाया गया है, रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे फिलहाल तीन मोबाइल ऐप हैं। गूगल ने कहा, कंपनी ने भारत में सैकड़ों पर्सनल लोन ऐप्स को रिव्यू किया है, जिनकी शिकायतें हमें यूजर्स और सरकारी एजेंसियों से मिली। अगर कोई ऐप सुरक्षा पॉलिसी का उल्लंघन करता पाया गया तो, उसे तुरंत प्ले स्टोर से हटा दिया जाएगा। ऐसे कई ऐप्स को प्ले स्टोर से हटाया भी जा चुका है।

Google की पोस्ट के मुताबिक कंपनी कानून लागू करने वाली एजेंसियों को उनके मामले की पड़ताल में मदद करना जारी रखेगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिन पर्सनल लोन ऐप को प्ले स्टोर से हटाया गया है, उनमे से कुछ कर्ज चुकाने के लिए 60 या उससे कम दिनों का टाइम देते हैं। ऐसे ही एक ऐप StuCred को प्ले स्टोर से हटाया गया था, हालांकि लोन रिपेमेंट टाइम को 30 दिन से बढ़ाने के बाद ऐप फिर से प्ले स्टोर पर दिखाई देने लगा। रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 6 और ऐप्स है जो लोन चुकाने के लिए बहुत कम समय देते हैं।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

इसे भी देखें