अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़, बाद में माफी का नाटक- क्यों ? है हिम्मत तो अल्लाह का मजाक उड़ाएं, बनाये फिल्म

न्यूज़ डेस्क। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर पहले हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ करो फिर हो-हंगामा या विरोध होने पर माफी मांग लो। अभी तक इसी तरह हिंदू धर्म को अपमानित करने वाले फिल्मकार एक बार फिर अमेजन प्राइम की वेब सीरीज तांडव से जरिए हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचा माफी मांग मामले को रफा-दफा करना चाह रहे हैं। लेकिन बॉलीवुड में जारी इस प्रचलन से देश के बहुसंख्यक लोग दुखी हैं और उनका साफ कहना है कि ये अब और नहीं चलेगा। तांडव के डायरेक्टर अली अब्बास जफर के माफी मांगने और मामले को रफा-दफा करने की मांग पर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने साफ कहा है कि तांडव को हटाना ही पड़ेगा।

अली अब्बास जफर के माफी के बाद भी इस बार लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। अली अब्बास जफर की माफी पर फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने सवाल किया है कि क्या वो अपनी फिल्मों में इस तरह से अल्लाह का भी मजाक बना सकते हैं। कपिल मिश्रा के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए कंगना ने लिखा, “माफ़ी मांगने केलिये बचेगा कहां? ये तो सीधा गला काट देते हैं, जिहादी देश फ़तवा निकाल देते हैं लिब्रु मीडिया वर्चुअल लिंचिंग कर देती है, तुम्हें ना सिर्फ़ जान से मार दिया जाएगा बल्कि उस मौत को भी जस्टिफ़ाई किया जाएगा, बोलो अली अब्बास जफर है हिम्मत अल्लाह का मज़ाक़ उड़ाने की ?”

कंगना ने इससे पहले ट्वीट कर सीरीज को ‘हिंदू फोबिक, एट्रोसियस और ऑब्जेक्शनेबल करार दिया। एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कंगना रनौत ने लिखा, “समस्या सिर्फ हिंदू फोबिक कॉन्टेंट की नहीं है, बल्कि यह रचनात्मक रूप से खराब है। हर लेवल पर आपत्तिजनक है, इसलिए जानबूझकर विवादस्पद सीन रखे गए हैं। उन्हें न सिर्फ आपराधिक इरादों के लिए बल्कि दर्शकों को टॉर्चर करने के लिए जेल में डाल देना चाहिए।”

वेब सीरीज तांडव में हिंदू धर्म और दलितों को लेकर आपत्तिजनक बातें की गई हैं। वेब सीरीज में हिंदू धर्म को अपमानित करने की कोशिश की गई है। देखिए वीडियो

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