कोविड-19 : बाज़ारों – पर्यटन स्थलों पर सैलानियों के जमावड़े और Covid नियमों के उल्लंघन ने बढ़ाई टेंशन, सरकार ने कोरोना को लेकर दी यह चेतावनी

न्यूज़ डेस्क। देश में कोरोना की दूसरी लहर में लगातार कमी आ रही है। रोजाना दर्ज किये जाने वाले मामले में कमी आने और अनलॉक की शुरुआत के बाद से पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की भीड़ बढ़ती जा रही है। शिमला, मनाली, मसूरी जैसे हिल स्टेशनों से कोरोना गाइडलाइंस के उल्लंघन की कई तस्वीरें सामने आने पर केंद्र सरकार ने चिंता जताई है। केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया कि सैलानियों के मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने से कोरोना वायरस (Coronavirus) की तीसरी लहर के जल्द आने के खतरे का अंदेशा और प्रबल होता जा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि कई जगहों पर खुलेआम लापरवाही देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि बाज़ारों और पर्यटन स्थलों पर लापरवाही हो रही है। इ​सलिए वहां (पर्यटन स्थलों) एक नया खतरा दिखाई दे रहा है। वायरस के लिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचना आसान हो रहा है। देश अभी महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है और हमें आत्मनिरीक्षण करना होगा कि क्या हम इस भ्रामक धारणा को तो नहीं मान बैठे कि कोविड-19 समाप्त हो गया है।

उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थलों पर एक नया जोखिम देखने को मिल रहा है, जहां भीड़ का जमावड़ा देखा जा रहा है, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है. यह गंभीर चिंता का विषय है।

उधर, स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने रूस और ब्रिटेन समेत कुछ देशों में संक्रमण के मामलों में हाल में हुए इजाफे का जिक्र करते हुए लोगों को आगाह किया। उन्होंने मास्क पहनने और एक-दूसरे से निश्चित दूरी रखने जैसे कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि भारत में पिछले सप्ताह सामने आये कोविड-19 के मामलों में से आधे से ज्यादा महाराष्ट्र (21 प्रतिशत) और केरल (32 प्रतिशत) से आये।

अग्रवाल ने कहा कि भारत में कोविड के नये मामलों में से 80 प्रतिशत 15 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 90 जिलों से सामने आये हैं जो इन क्षेत्रों में ध्यान देने की जरूरत की ओर संकेत करता है। उन्होंने कहा कि 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 66 जिलों में कोविड-19 की संक्रमण दर आठ जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में 10 प्रतिशत से अधिक थी। सरकार ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस के लैम्बडा स्वरूप का कोई मामला नहीं देखा गया है।

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