यूपी में कोरोना मैनेजमेंट के मुरीद हुए ऑस्ट्रेलिया के सांसद, कहा- एक बार हमें योगी उधार दे दो
नई दिल्ली। एक वक्त था जब भारत में कोरोना वायरस के मामले अपने चरम पर थे। उत्तर प्रदेश में भी मामलों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही थी। लेकिन वर्तमान में देखें उत्तर प्रदेश कोरोना पर काबू पाने में सफल रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगाी आदित्यनाथ लगातार कोरोना मैनेजमेंट को लेकर बैठक करते रहे हैं। उन्होंने टीम 11 और टीम 9 बनाई और सीटी अभियान क्रैश टेस्ट स्ट्रीट के तहत कोरोनावायरस सफलता पाई है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री के 3टी अभियान ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट, निरीक्षण, आंशिक कोरोना कर्फ्यू, टीकाकरण से प्रदेश में कोविड संक्रमण में तेजी से गिरावट आई है। 30 अप्रैल, 2021 के एक्टिव मामले 03 लाख 10 हजार से घटकर 1700 से कम हो गये है, इसी तरह प्रतिदिन आने वाले 23 अप्रैल के कोविड के मामले 38 हजार से घटकर 100 हो गये है। 97 हजार ग्रामीण पंचायतों में 5 मई, 2021 से एक विशेष अभियान चलाकर, जिसमें 80 हजार निगरानी समितियों द्वारा घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया गया।
The Indian state of Uttar Pradesh 👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼
Any chance they could loan us their Chief Minister Yogi Adityanath to release the Ivermectin sort out the mess our hopelessly incompetent State Premiers have created
 https://t.co/H6xUwUe8GU— Craig Kelly (@CraigKellyPHON) July 10, 2021
उत्तर प्रदेश में कोरोना मैनेजमेंट को लेकर योगी सरकार की हर तरफ तारीफ हो रही है। इन सबके बीच ऑस्ट्रेलियाई सांसद ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर योगी सरकार की तारीफ की है और उन्हें उधार मांगा है। ऑस्ट्रेलिया के सांसद क्रैग केली ने ट्वीट कर कहा कि भारत का राज्य उत्तर प्रदेश क्या किसी तरीके से अपने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हमें उधार दे सकता है जिससे वो हमें आइवरमेक्टिन की कमी की समस्या से निकाल सकें। इसकी वजह से हमारे देश में निराशाजनक हालात पैदा हो गए हैं।
क्रैग केली ने जे चैमी के एक ट्वीट के जवाब में यह बातें कहीं है। जे चैमी ने अपने ट्वीट में लिखा था कि उत्तर प्रदेश में भारत की 17 फ़ीसदी आबादी रहती है। पिछले 30 दिनों में कोरोना की वजह से हुई कुल मौतों में सिर्फ 2.5 फीसदी यूपी में हुईं जबकि 1 फ़ीसदी से भी कम नए संक्रमण के मामले सामने आए हैं। चैमी ने यह भी लिखा है कि भारत की कुल आबादी के 9 फ़ीसदी लोग महाराष्ट्र में रहते हैं। लेकिन यहां कोरोना के मामले 18 फ़ीसदी आ रहे हैं और 50 फ़ीसदी संक्रमितों की मौत हो रही है।