उत्तर भारतीयों-रोजगार पर दिए बयान पर घिरे संतोष गंगवार, विपक्ष ने सरकार को घेरा, अब केंद्रीय मंत्री ने दी यह सफाई
नई दिल्ली। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने रविवार को राजनीतिक दलों द्वारा घिरने के बाद रोजगार के लिए उत्तर भारत में योग्य युवाओं की कमी वाले बयान पर सफाई दी है। गंगवार ने कहा कि मेरे बयान को गलत अर्थ में लिया गया। मैंने एक विशेष संदर्भ में यह बात कही थी। नौकरियों की कमी नहीं है। उत्तर भारत आने वाली कंपनियां और नियोक्ता कहते हैं कि कुछ विशेष नौकरियों के लिए लोगों में जरूरी स्किल की कमी है। मैंने जो बोला था, वह दूसरे परिप्रेक्ष्य में था। मैंने कहा था कि कुछ नौकरियों के लिए स्किल की कमी थी और सरकार ने इसी के लिए स्किल मिनिस्ट्री बनाया है, जिससे बच्चों को नौकरियों के हिसाब से ट्रेनिंग दी जा सके।
श्री गंगवार ने देश में छाई मंदी बेरोजगार होते युवाओं पर बयान देते हुए कहा था कि देश में नौकरियों की कमी नहीं है, हमारे उत्तर भारत के लोगों में योग्यता की कमी है। यहां नौकरी के लिए रिक्रूट करने आने वाले अधिकारी बताते हैं कि उन्हें जिस पद के लिए लोग चाहिए। उनमें वह योग्यता नहीं है।
आजकल अखबारों में रोज़गार की बात आ रही है और इस परिपेक्ष में किए गए प्रश्न का उत्तर। pic.twitter.com/0i6PBeyF3j
— Santosh Gangwar (Modi Ka Parivar) (@santoshgangwar) September 15, 2019
गंगवार के बयान पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पलटवार करते हुए ट्वीट कर कहा कि मंत्रीजी, 5 साल से ज्यादा आपकी सरकार है। नौकरियां पैदा नहीं हुईं। जो नौकरियां थीं, वो सरकार द्वारा लाई आर्थिक मंदी के चलते छिन रही हैं। नौजवान रास्ता देख रहे हैं कि सरकार कुछ अच्छा करे। आप उत्तर भारतीयों का अपमान करके बच निकलना चाहते हैं। ये नहीं चलेगा।
मंत्रीजी, 5 साल से ज्यादा आपकी सरकार है। नौकरियाँ पैदा नहीं हुईं। जो नौकरियाँ थीं वो सरकार द्वारा लाई आर्थिक मंदी के चलते छिन रही हैं। नौजवान रास्ता देख रहे हैं कि सरकार कुछ अच्छा करे।
आप उत्तर भारतीयों का अपमान करके बच निकलना चाहते हैं। ये नहीं चलेगा।https://t.co/2f9ZhGmVoT
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 15, 2019
बसपा प्रमुख मायावती ने संतोष गंगवार के बयान पर कहा कि देश में छाई आर्थिक मंदी आदि की गंभीर समस्या के संबंध में केंद्रीय मंत्रियों के अलग-अलग हास्यास्पद बयानों के बाद अब देश व खासकर उत्तर भारतीयों की बेरोजगारी दूर करने के बजाए यह कहना कि रोजगार की कमी नहीं बल्कि योग्यता की कमी है, अति-शर्मनाक है जिसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
देश में छाई आर्थिक मंदी आदि की गंभीर समस्या के सम्बंध में केन्द्रीय मंत्रियों के अलग-अलग हास्यास्पद बयानों के बाद अब देश व खासकर उत्तर भारतीयों की बेरोजगारी दूर करने के बजाए यह कहना कि रोजगार की कमी नहीं बल्कि योग्यता की कमी है, अति-शर्मनाक है जिसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
— Mayawati (@Mayawati) September 15, 2019
केन्द्रीय मंत्री ने कहा था कि हम इसी मंत्रालय को देखने का काम करते हैं। इसलिए मुझे जानकारी है कि देश में रोजगार की कोई कमी नहीं है। रोजगार बहुत है, रोजगार दफ्तर के आलावा हमारा मंत्रालय भी इसकी मॉनिटरिंग कर रहा है। रोजगार की कोई समस्या नहीं है बल्कि जो भी कंपनियां रोजगार देना चाहती हैं, उनका कहना होता है कि उन युवाओं में योग्यता नहीं है। मंदी की बात समझ में आ रही है, लेकिन रोजगार की कमी नहीं है। जब बेरोजगारी और आर्थिक हालात को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। वहीं सरकार स्थिति से निपटने के लिए कई ऐलान कर चुकी हैं।
प्रियंका जी अपने भाई की सुनिए
45 साल से भारत मे सबसे ज्यादा बेरोजगारी है – राहुल गांधी 😂😂 pic.twitter.com/l73CsMJpZ7
— Narendra Modi Fan (Modi Ka Parivar) (@narendramodi177) September 15, 2019