राहुल गाँधी डॉक्टर नहीं, जो उन्हें वेंटिलेटर जाँचना आता हो: AgVa के प्रोफ़ेसर ने कहा- मैं दिखाना चाहूँगा उन्हें डेमो
न्यूज़ डेस्क। कोरोना वायरस से निपटने के लिए पीएम केयर्स फंड के तहत वेंटिलेटर्स का निर्माण करने वाली कंपनी एगवा हेल्थकेयर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया है। कंपनी का दावा है कि उसके वेंटिलेटर अन्य कंपनियों की तुलना में बेहद सस्ते हैं। कंपनी के सह-संस्थापक दिवाकर वैश्य ने बताया कि इस बाजार में अंतरराष्ट्रीय विक्रेताओं का बहुत बड़ा नेक्सस है। ऐसे में, वे सभी लोगों ने इस प्रोजेक्ट के समर्थन की उम्मीद नहीं करते।
#PMCares opacity is:
1. Putting Indian lives at risk.
2. Ensuring public money is used to buy sub-standard products.#BJPfailsCoronaFighthttps://t.co/6lIAPH0SJL— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 5, 2020
हमारे वेंटिलेटर 5-10 गुना सस्ते
एगवा हेल्थकेयर के सह-संस्थापक दिवाकर वैश्य ने कहा, ‘हमारा वेंटिलेटर 5-10 गुना सस्ता है, आम तौर पर इसकी कीमत 10-15 लाख होती है, जबकि हमारे वेंटिलेटर की कीमत 1.5 लाख रुपये है। इस बाजार में अंतरराष्ट्रीय विक्रेताओं का नेक्सस बहुत मजबूत है, क्या वे स्वदेशी उत्पादों की सफलता की सराहना करेंगे?’
‘डॉक्टर नहीं हैं राहुल गांधी’
दिवाकर वैश्य ने इन वेंटिलेटर्स में तकनीकी कमियों के राहुल गांधी के आरोपों का भी जवाब दिया।
“Our ventilators are 5 to 10 times cheaper than the global normal cost of around Rs 10-15 Lakh. International vendor nexus is very strong in this market, will they appreciate success of Made in India products?”
Co-founder of AgVa asks Rahul Gandhi https://t.co/wIHq8g57dw pic.twitter.com/NNLLNhbh3j
— BJP (@BJP4India) July 7, 2020
दिवाकर ने एगवा के वेंटिेलेटर के इस्तेमाल को लेकर एक डेमो भी दिया ताकि बेवजह पैदा किए जा रहे विवाद को खत्म किया जाए।
#WATCH: Prof. Diwakar Vaish, Co-founder AgVa Healthcare, on media reports alleging glitches in their ventilators installed in some hospitals of Delhi and Mumbai. pic.twitter.com/RbGQ0zhJ3R
— ANI (@ANI) July 7, 2020
इसके पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एगवा हेल्थकेयर द्वारा बनाए जा वेंटिलेटर्स को लेकर ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि ये वेंटिलेटर्स अच्छी गुणवत्ता वाले नहीं हैं और लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि इनमें गड़बड़ी करके यह दिखाया जाता है कि ऑक्सीजन सप्लाई इतनी हो रही है और जबकि होती नहीं है।
#WATCH: Prof. Diwakar Vaish, Co-founder AgVa Healthcare gives a demo of AgVa ventilator after reports of problems in FiO2 levels and other technical glitches. pic.twitter.com/JcoDXvvYMR
— ANI (@ANI) July 7, 2020
गौरतलब है कि पीएम केयर फंड से 50 हजार वेंटिलेटर का निर्माण किया जा रहा है। इसमें दस हजार वेंटिलेटर एगवा हेल्थकेयर बना रही है। पीएम केयर्स फंड से बनने वाले 50,000 वेंटिलेटरों में से 30,000 का निर्माण सरकारी उपक्रम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड कर रही है। वहीं, बाकी 20,000 वेंटिलेटरों का निर्माण एगवा हेल्थकेयर (10,000), एएमटीजेड बेसिक (5650), एमएमटीजेड हाइ एंड (4000) और अलाइड मेडिकल (350) कर रही है।