18 लाख के दो खरबूजे, इनकी खासियत जानकर भारी से भारी कीमत चुकाने को राजी हो जाते हैं लोग
टोक्यो। जापान के होक्काइडो द्वीप में में छोटा सा शहर युबारी अपने विशिष्ट युबारी खरबूजे (कैंटालूप) के लिए जाना जाता है। खरबूजे के सीजन की शुरुआत हो चुकी है। सीजन की शुरुआत होते ही प्रति वर्ष इन खरबूजों की नीलामी की जाती है। इस साल एक पारंपरिक नीलामी बाजार में युबारी खरबूजों की नीलामी (2.7 मिलियन येन) 18 लाख रुपए रुपए में हुई।
इस बार की नीलामी में खरबूजों के दाम पिछली साल की नीलामी से 22 गुना ज्यादा थे। पिछली साल हुई नीलामी में खरबूजों की कीमत 7,991.51 रुपए लगी थी। इसकी कीमतों में इतना जबरदस्त उछाल कोरोना वायरस के चलते माना जा रहा है। एक साल पहले थोक बाजार में युबारी खरबूजा 33 लाख रुपए की रिकॉर्ड की कीमत पर बिका था।
यह खरबूजे बेहद सर्द मौसम में उगाए जाते है और इस साल की नीलामी में कुल 466 खरबूजे बिके। सबसे अधिक बोली लगाने वाला एक बेबी फ़ूड उत्पादक होक्काइडो प्रोडक्ट्स था, जो ऑनलाइन ड्रॉ में भाग्यशाली होने वाले छोटे बच्चों के परिवार को खरबूजे दान करेगा। होक्काइडो प्रोडक्ट्स के अध्यक्ष इओरी केज ने बच्चों को खरबूजे दान करते हुए एक मीडिया चैनल से कहा, ‘कोरोना महामारी के कारण समय कठिन था, लेकिन मुझे उम्मीद है कि आप खरबूजे के साथ बेहतर महसूस करेंगे।’
दरअसल ये खरबूजे विशिष्ट मानदंडों के साथ उगाए जाते हैं। ये बेहद स्वादिष्ट होते हैं और उगाते समय इनके आकार और इनकी सुंदरता पर बेहद ध्यान दिया जाता है। युबारी क्षेत्र में ये फल सम्मान का भी प्रतीक माने जाते हैं। इस खरबूजे को पकने में लगभग 100 दिन का समय लगता है। धूप से बचाने के लिए इन्हें विशेष प्रकार की टोपियों से ढंका जाता है। पकने के बाद इन्हें बेहद कठिन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इसकी बेहतर क्वालिटी चेक करने के लिए किसान कई माध्यम से इस चेक करते हैं। युबरी का पहाड़ी क्षेत्र ज्वालामुखीय मिट्टी और उच्च वर्षा से समृद्ध है। इस क्षेत्र को खरबूज की खेती के लिए बेहद उपयुक्त माना गया है।