गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की मौत पर लिख दिया सच, चीन ने ब्लॉगर को जेल में डाला

न्यूज़ डेस्क। चीन में इस साल की शुरुआत में हिरासत में लिए गए एक मशहूर चाईनीज ब्लॉगर को आठ महीने की सजा सुनाई गई है। उसका दोष था कि उसने गलवान वैली में भारतीय सैनिकों से झड़प में चीनी सैनिकों के हताहत होने की संख्या पर कमेंट किया था। सजा पाए किउ जिमिंग इंटरनेट सेलिब्रिटी हैं और उनका 25 लाख से भी ज्यादा फॉलोअर्स हैं। चीन की एक अदालत ने उन्हें ‘शहीदों का अपमान’ करने का आरोप लगाकर जेल में डाल दिया। देश में पूर्वी शहर नानजिंग में एक अदालत ने जिमिंग को सजा सुनाई।

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि ‘शहीदों और नायकों की मानहानि’ पर रोक लगाने के चीन के एक नए कानूनी प्रावधान के तहत जेल जाने वाले जिमिंग पहले व्यक्ति बन गए हैं। ब्लॉगर जिमिंग को दस दिनों के भीतर प्रमुख घरेलू पोर्टलों और राष्ट्रीय मीडिया के जरिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने का भी आदेश दिया गया।

जिमिंग ने अपने पोस्ट में कहा था कि गलवान वैली में मरने वाले चीनी सैनिकों की जो आधिकारिक संख्या बताई जा रही है वो अधिक हो सकती है। उन्होंने लिखा था कि सैनिकों की इस झड़प में एक कमांडिंग अफसर सिर्फ इसलिए बच गया क्योंकि वो हाई रैंक का अधिकारी था। हिंसक झड़प के कई महीनों बाद चीन ने बताया कि भारतीयों सैनिकों से संघर्ष में उसके भी चार सैनिक मार गए थे।

हालांकि रूस की न्यूज एजेंसी TASS ने दावा किया था कि गलवान घाटी में हुई झड़प में चीन के 45 सैनिक मारे गए थे। मालूम हो कि 15-16 को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। ये झड़प पूर्वी लद्दाख में डी-एस्केलेशन के दौरान चीनी सैनिकों द्वारा यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश के परिणाम हुई।

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