दिल्ली से लौटते ही मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कोरोना के संबंध में ली आपात बैठक, केंद्र सरकार की एडवाइजरी के अनुरूप कार्रवाई करने के दिए निर्देश
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज देर शाम दिल्ली से लौटते ही अपने निवास कार्यालय में आपात बैठक लेकर प्रदेश में कोराना वायरस से निपटने के लिए की गई तैयारियों और इंतजामों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को कोराना वायरस से बचाव के लिए किए गए इंतजामों की नियमित समीक्षा और निगरानी करने के निर्देश दिए है। भारत सरकार द्वारा कोराना वायरस को लेकर जारी की गई एडवाइजरी के तारतम्य में बैठक में प्रदेश में परीक्षाओं को छोड़कर सभी स्कूल और काॅलेजों को आगामी 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया गया। परीक्षाएं अपने निर्धारित समय-सारणी के अनुसार आयोजित की जाएंगी। बैठक में लोगों को सजग और जागरूक रहने तथा शासकीय कार्यक्रमों में भीड़-भाड़ से बचने की हिदायत भी दी गई। कोराना से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी का व्यापक प्रचार-प्रसार भी करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को दिए है।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में कोराना वायरस से निपटने के लिए संपूर्ण तैयारियां सुनिश्चित की गई है। राज्य सरकार द्वारा पूर्व में ही कार्यालयों में 31 मार्च तक बायोमेट्रिक उपस्थिति पर रोक लगा दी गई है। कोराना वायरस के संबंध में केन्द्र सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी निर्देशों का लगातार नियमित रूप से सभी माध्यमों में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। कोराना को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित रूप से बुलेटिन भी जारी किया जा रहा है। विभागीय अमले द्वारा इस पर पूरी नजर रखी जा रही है और नियमित रूप से एडवाइजरी जारी कर लोगों को इससे बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है।
बैठक में कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, मुख्य सचिव आर. पी. मण्डल, अपर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी, प्रमुख सचिव विधि एन के चंद्रवंशी, स्वास्थ्य विभाग की सचिव निहारिका बारिक सिंह, स्वास्थ्य विभाग के संचालक नीरज बंसोड़ सहित अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।