लव जिहाद में विफल रहने पर इस्लामिक जिहादी मोहम्मद तौफीक ने निकिता को गोलियों से भूना, धर्मांतरण कर पहनाना चाहता था बुर्का

न्यूज़ डेस्क। हरियाणा के फरीदाबाद स्थित बल्लभगढ़ थाना क्षेत्र में एक छात्रा की गोली मार कर हत्या कर दी गई। ये मामला एकतरफा प्यार का है। मेवात के रहने वाले तौफीक नाम के युवक पर आरोप लगा है कि उसने छात्रा निकिता तोमर की हत्या की। आरोपित अपने दोस्तों के साथ कार में सवार होकर छात्रा के अपहरण के इरादे से आया था।

आरोपित तौफीक ने निकिता को गाड़ी में खींचने की कोशिश की लेकिन जब वो असफल रहा तो उसने गोली मार दी। यह पूरी घटना CCTV में भी कैद हो गई। मृतका निकिता बीकॉम फाइनल ईयर की छात्रा थी और अग्रवाल कॉलेज में एग्जाम देने आई थी।

छात्रा निकिता तोमर के पिता और उत्तर प्रदेश के हापुड़ निवासी मूलचंद तोमर फरीदाबाद के सेक्टर-23 स्थित एक सोसाइटी में रहते हैं। उन्होंने बताया कि तौफीक 12वीं क्लास तक निकिता के साथ ही पढ़ता था। उसने कई बार दोस्ती के लिए दबाव भी बनाया था। दोस्ती से इनकार किए जाने के कारण उसने 2018 में एक बार निकिता का अपहरण भी कर लिया था। हालाँकि, तब बदनामी के डर से परिजनों ने किसी तरह समझौता कर लिया था।

NBT की खबर के अनुसार, लड़की के भाई ने बताया कि निकिता सोमवार (अक्टूबर 26, 2020) को परीक्षा देने के ले कॉलेज गई थी। वहाँ परीक्षा सेंटर के बाहर ही माँ और भाई छात्रा का इंतजार कर रहे थे। शाम 4 बजे वो जैसे ही परीक्षा देकर निकली, एक कार वहाँ आकर रुकी। वहाँ तौफीक ने निकिता को अपनी गाड़ी में खींचने की कोशिश की। लेकिन, जैसे ही उसकी नजर निकिता के भाई पर पड़ी, उसने गोली चला दी।

https://twitter.com/rajshekharTOI/status/1320926170716663808?s=20

वारदात के बाद छात्रा को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना के बाद वहाँ अफरातफरी मच गई। एसीपी सिटी जयवीर राठी व क्राइम ब्रांच ने घटनास्थल का दौरा किया। आसपास की CCTV फुटेज को खँगाला जा रहा है। बल्लभगढ़ के DSP के मुताबिक, आरोपित तौफीक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तौफीक मेवात का रहने वाला है।

निकिता पढ़ने में काफी अच्छी थी और बीकॉम में प्रत्येक वर्ष में टॉपर रही थी। वो लेफ्टिनेंट बन कर देश की सेवा करना चाहती थी। उसने हाल ही में एयरफोर्स की परीक्षा भी दी थी। साथ ही NDA के लिए भी लगातार तैयारी कर रही थी। उसे 12वीं में भी 95% अंक आए थे। भाई ने बताया कि वो बहन को रोज कॉलेज छोड़ने जाते थे। इस बार भी वो टॉप करना चाहती थी। इससे पहले जब तौफीक ने अपहरण किया था तो उसके परिवार वालों ने पाँव पकड़ के माफ़ी माँगी थी, इसीलिए मामला पुलिस के पास नहीं गया।

हाल ही में मेवात के नगीना थाने के उलेटा गाँव में गत 21 अप्रैल को गाँव की बहुसंख्यक आबादी के कुछ युवकों ने एक दलित परिवार को अपनी दबंगई का निशाना बनाया था। एक मामूली सी बात पर 24 साल के राहुल पर धारदार फरसे से हमला किया गया था और उसके परिवार को जातिसूचक शब्द बोलकर धमकाया गया था कि यदि गाँव में रहना है तो जूती के नीचे रहना होगा। लगातार दो दशकों से ऐसे अत्याचार सहने के बाद दलित परिवार ने पुलिस में मुकदमा दायर करने की ठानी और इंसाफ की गुहार लगाने लगे।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

इसे भी देखें