महान फुटबाल खिलाड़ी डिएगो माराडोना का 60 साल की उम्र में निधन, अर्जेंटीना में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान

ब्यूनस आयर्स। फुटबॉल जगत के महान खिलाड़ी डिएगो माराडोना का बुधवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया। वह 60 साल के थे। साल 1986 में अर्जेंटीना में अकेले दम पर वर्ल्ड कप जिताने वाले माराडोना की अभी कुछ समय पहले ब्रेन में ब्लड क्लॉट की सर्जरी हुई थी, जिसके बाद डिएगो घर भी लौट आए थे, लेकिन हार्ट अटैक आने से उनका निधन हो गया। खेल जगत के साथ ही पूरा अर्जेंटीना इस समय शोक में डूब गया है और देश के राष्ट्रपति एलबर्टो फर्नाडेज ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है।

उनके वकील मातियास मारला ने कहा कि 1986 में अर्जेटीना को फीफा विश्व कप दिलाने वाला यह खिलाड़ी ‘शायद अपने जिंदगी के सबसे मुश्किल समय’ से वापसी कर अच्छा महसूस कर रहा था।

दुनिया के महान फुटबॉल खिलाड़ियों में शुमार माराडोना की कप्तानी में ही अर्जेटीना ने विश्व कप जीता था। इस विश्व कप में माराडोना ने कई अहम पल दिए थे जिन्हें आज भी याद किया जाता है जिसमें से सबसे बड़ा और मशहूर पल इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में आया था जब उनके द्वार किए गए गोल को ‘गोल ऑफ द सेंचुरी’ कहा गया था। उन्होंने 60 यार्ड से भागते हुए इंग्लैंड की मिडफील्ड को छकाते हुए गोल किया था।

ब्यूनय आयर्स के बाहरी इलाके में 30 अक्टूबर 1960 में पैदा हुए माराडोना ने 1976 में अपने शहर के क्लब अर्जेटीनाोस जूनियर्स के लिए सीनियर फुटबाल में पदार्पण किया था। इसके बाद वह यूरोप चले गए जहां उन्होंने स्पेन के दिग्गज क्लब बार्सिलोना के साथ पेशेवर फुटबाल खेली। 1984 में कोपा डेल रे के फाइनल में विवाद के कारण स्पेनिश क्लब के साथ उनका सफर खत्म हुआ।

इसके बाद वह इटली के क्लब नापोली गए जो उनके करियर के सबसे शानदार समय में गिना जाता है। क्लब के साथ उन्होंने दो सेरी-ए, कोपा इटालिया और एक यूईएफए कप के खिताब जीते। वह क्लब से उसके सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी के तौर पर विदा हुए। उनके रिकार्ड को 2017 में मारेक हानिसिक ने तोड़ा।

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