कृषि बिल के समर्थन में सरकार के 6 मंत्रियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस, राजनाथ बोले- किसानों को किया जा रहा गुमराह
नई दिल्ली। लोकसभा के बाद, राज्यसभा में भी कृषि से जुड़े दो बिलों के पास होने और विपक्ष के सदन में हंगामे के बाद सरकार की तरफ से छह कैबिनेट मंत्रियों ने प्रेस कांफ्रेंस की। इनमें राजनाथ सिंह, प्रकाश जावड़ेकर, प्रहलाद जोशी, पीयूष गोयल, थावर चंद गहलोत और मुख्तार अब्बास नकवी शामिल रहे। राजनाथ सिंह ने कहा कि आज राज्यसभा में कृषि से संबंधित 2 विधेयकों पर चर्चा चल रही थी उस समय राज्यसभा में जो हुआ वो जहां दुखद था, वहीं दुर्भाग्यपूर्ण था और उससे भी आगे जाकर मैं कहना चाहूंगा कि वो अत्यधिक शर्मनाक था। ये दोनों विधेयक किसान और कृषि जगत के लिए ऐतिहासिक हैं। इससे किसानों की आय बढ़ेगी। परन्तु किसानों के बीच गलतफहमी पैदा की जा रही है कि एमएसपी खत्म कर दी जाएगी जबकि ऐसा नहीं है। राजनाथ सिंह ने एक बार फिर ये साफ किया कि किसी भी सूरत में एमएसपी समाप्त नहीं होगा। इससे पहले PM मोदी भी कई बार ये साफ कर चुके हैं।
कृषि सुधार विधेयक ऐतिहासिक हैं।
केवल भ्रामक तथ्यों के आधार पर किसानों को गुमराह किए जाने की कोशिश की जा रही है।
इन बिल से किसानों की आय दोगुना करने की तरफ यह बड़ा कदम है।
MSP और APMC को खत्म नहीं किया जा रहा है।
– श्री @rajnathsingh pic.twitter.com/4jrAG6HiEu
— BJP (@BJP4India) September 20, 2020
विपक्ष के हंगामे पर राजनाथ सिंह ने कहा कि हर किसी ने आसन के साथ हुई बदसलूकी को देखा है, सदस्यों ने नियम पुस्तिका फाड़ डाली, आसन के पास चले गए। मैंने संसद में इस तरह का गलत आचरण कभी नहीं देखा। राज्यसभा के उपसभापति मूल्यों को लेकर प्रतिबद्ध हैं, स्वस्थ लोकतंत्र में इस तरह के आचरण की उम्मीद नहीं की जाती। राज्यसभा उपसभापति के साथ जो दुर्व्यवहार हुआ, सारे देश ने प्रत्यक्ष रूप से देखा है। जहां तक मैं जानता हूं ऐसी घटना आज तक न लोकसभा में हुई है न राज्यसभा में हुई है। संसदीय परंपराओं में विश्वास रखने वाला कोई भी व्यक्ति इस प्रकार की घटना से आहत होगा।