50 साल बाद ओवल में जीत हासिल कर भारत ने रचा इतिहास, सीरीज में बनाई 2-1 से बढ़त

भारत को ओवल के मैदान पर टेस्ट मैच जीतने के लिए 50 वर्षों का लंबा इंतजार करना पड़ा है। इतिहास के पन्नों को पलटें तो सन 1971 में अजीत वाडकर की कप्तानी में भारत ने ओवल में टेस्ट मैच जीता था। इस मैच में टॉस जीतकर इंग्लैंड ने भारत को बल्लेबाजी के लिए न्योता दिया था। गेंदबाजों ने कप्तान जो रूठ के फैसले को सही साबित किया और पहली पारी में भारत 191 रनों पर समेट दिया। भारत की ओर से सबसे ज्यादा शार्दुल ठाकुर ने 57 रन बनाए थे जबकि कप्तान कोहली ने 50 रनों की संघर्षपूर्ण पारी खेली थी। इंग्लैंड की पहली पारी में शुरुआत खराब रही थी 5 विकेट जल्दी जल्दी गिर जाने के बाद इंग्लैंड 200 के पार पहुंचा था।

उमेश यादव और जसप्रीत बुमराह की अगुआई में गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से भारत ने चौथे क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन सोमवार को यहां इंग्लैंड को 157 रन से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 की अजेय बढ़त बनाई। उमेश यादव (60 रन पर तीन विकेट), बुमराह (27 रन पर दो विकेट), शार्दुल ठाकुर (22 रन पर दो विकेट) और रविंद्र जडेजा (50 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड की टीम ‘द ओवल’ पर 368 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 92.2 ओवर में 210 रन पर ढेर हो गई। इंग्लैंड को सलामी बल्लेबाजों हसीब हमीद (62) और रोरी बर्न्स (50) ने पहले विकेट के लिए 100 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई लेकिन इस जोड़ी के टूटने के बाद भारतीय गेंदबाजों का दबदबा देखने को मिला। इन दोनों के अलावा बेहतरीन फॉर्म में चल रहे कप्तान जो रूट (36) ही 20 रन के आंकड़े को पार कर पाए। भारत ने इस तरह पहली पारी में 191 रन पर सिमटने के बाद जोरदार वापसी की। इंग्लैंड ने पहली पारी में 290 रन बनाकर 99 रन की बढ़त हासिल की थी। भारत ने इसके बाद दूसरी पारी में 466 रन का स्कोर खड़ा किया था। नॉटिंघम में पहला टेस्ट ड्रॉ रहने के बाद भारत ने लार्ड्स में दूसरा टेस्ट जीता था जबकि इंग्लैंड ने हैडिंग्ले में तीसरा टेस्ट जीतकर श्रृंखला में बराबरी हासिल की थी। पांचवां और अंतिम टेस्ट मैनचेस्टर में 10 सितंबर से खेला जाएगा। इंग्लैंड ने सुबह के सत्र में 27 ओवर में दो विकेट गंवाकर 54 रन बनाए जबकि दूसरे सत्र में 25.1 ओवर में 62 रन पर छह विकेट चटकाकर भारत ने जीत लगभग सुनिश्चित की। जडेजा ने दूसरे सत्र में भारत को शानदार शुरुआत दिलाई जब उन्होंने सत्र के तीसरे ओवर में ही हमीद को बोल्ड कर दिया। हमीद ने लेग स्टंप पर पिच हुई गेंद को खेलने का अधिक प्रयास नहीं किया जिसने टर्न लेते हुए उनका आफ स्टंप उखाड़ दिया।

हमीद ने 193 गेंद की अपनी पारी में छह चौके जड़े। बुमराह इसके बाद तेजी से अंदर आती गेंद पर ओली पोप (02) को बोल्ड करके टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 100 विकेट पूरे करने वाले भारतीय तेज गेंदबाज बने। बुमराह ने अपने 24वें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल करते हुए पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव को पीछे छोड़ा जिन्होंने 25 टेस्ट में यह आंकड़ा छुआ था। बुमराह ने अपने अगले ओवर में जॉनी बेयारस्टो (00) भी यॉर्कर पर बोल्ड किया। अगले ओवर में जडेजा ने मोईन अली (00) को स्थानापन्न खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव के हाथों शॉर्ट लेग पर कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर दो विकेट पर 141 रन से छह विकेट पर 147 रन किया। रूट और क्रिस वोक्स ने इसके बाद 12 से अधिक ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता हासिल नहीं करने दी। कोहली ने 80 ओवर के बाद नई गेंद नहीं लेने का फैसला किया और पुरानी गेंद ठाकुर को थमा दी। स्पैल में वापसी कर रहे ठाकुर की पहली गेंद को ही रूट विकेट पर खेल गए। रूट ने 78 गेंद में तीन चौकों की मदद से 36 रन बनाए। अजिंक्य रहाणे ने बुमराह की गेंद पर क्रेग ओवरटन का कैच टपकाया लेकिन उमेश ने चाय से पहले अंतिम ओवर के लिए स्पैल में वापसी करते हुए पहली ही गेंद पर वोक्स (18) को शॉर्ट मिडविकेट पर लोकेश राहुल के हाथों कैच करा दिया। अंतिम सत्र में उमेश ने क्रेग ओवरटन (10) को बोल्ड किया।

उमेश की गेंद ओवरटन की कोहनी से टकराकर विकेटों में समा गई। उमेश ने इसके बाद जेम्स एंडरसन (02) को पंत के हाथों कैच कराके भारत की जीत सुनिश्चित की। इंग्लैंड ने दिन की शुरुआत बिना विकेट खोए 77 रन से की। उमेश और बुमराह की तेज गेंदबाजी जोड़ी ने भारत के आक्रमण की शुरुआत की। हमीद और बर्न्स ने पहले आधे घंटे में भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। दोनों बल्लेबाजों ने सतर्क होकर बल्लेबाजी की लेकिन खराब गेंद को सबक भी सिखाया। बर्न्स ने उमेश पर दो चौके जड़े। कप्तान विराट कोहली ने इसके बाद गेंद शार्दुल ठाकुर को थमाई और बर्न्स ने उन पर चौका और फिर दो रन के साथ 124 गेंद में अर्धशतक पूरा किया और साथ ही टीम का स्कोर 100 रन तक पहुंचाया। बर्न्स हालांकि ठाकुर की अगली गेंद पर विकेटकीपर ऋषभ पंत को कैच देकर पवेलियन लौट गए। उन्होंने 125 गेंद में पांच चौकों की मदद से 50 रन बनाए। हमीद ने भी रविंद्र जडेजा की गेंद पर तीन रन के साथ 123 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। हमीद 55 रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे जबकि जडेजा की गेंद पर मिड आन पर मोहम्मद सिराज ने उनका आसान कैच टपका दिया। डेविड मलान को हालांकि क्रीज पर जूझना पड़ रहा था और वह अंतत: पांच रन बनाकर रन आउट हो गए। हमीद ने जडेजा की गेंद को कवर में खेला और एक रन के लिए दौड़ पड़े। मलान के क्रीज पर पहुंचने से पहले ही पंत ने मयंक अग्रवाल के सटीक थ्रो पर स्टंप उखाड़ दिए।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

इसे भी देखें