अंतरिक्ष से लेकर RuPay तक भारत-भूटान के बीच हुए 9 महत्वूर्ण क्षेत्रों में करार
थिम्पू। भारत और भूटान ने अंतरिक्ष, विज्ञान, इंजीनियरिंग, न्यायिक और संचार सहित 9 क्षेत्रों में सहयोग के करारों पर हस्ताक्षर किये हैं। भूटान की दो दिन की यात्रा पर गये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वहां के प्रधानमंत्री लोतेय शेरिंग के बीच शिष्टमंडल स्तर की वार्ता के बाद इन समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये।
In what is the third bilateral meeting, Lyonchhen Dr Lotay Tshering and Shri @narendramodi, met in Gyalyong Tshogkhang this evening.
Taking off on a very special note, the two Prime Ministers exchanged thoughts on strengthening the cooperation between the two countries. pic.twitter.com/CjjLzmst6S
— PM Bhutan (@PMBhutan) August 17, 2019
अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में निदेशक और भूटान के सूचना और संचार मंत्रालय में निदेशक ने हस्ताक्षर किये। इससे भूटान को संचार, लोक प्रसारण और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में मदद मिलेगी। भूटान की जरूरत के अनुसार अतिरिक्त बैंडविड्थ और ट्रांसपोंडर भी उपलब्ध कराया जायेगा।
50 years of harnessing water resources for progress and growth.
Stamps celebrating five decades of India-Bhutan hydropower cooperation were released by both Prime Ministers earlier this evening. Extensive cooperation in this sector has augured well for India as well as Bhutan. pic.twitter.com/IxAaK5dBKd
— PMO India (@PMOIndia) August 17, 2019
नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में सहयोग के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय में महानिदेशक अरविंद हांडा और भूटान के सूचना और संचार मंत्रालय में कार्यकारी सचिव पेम्बा वांगचुक ने हस्ताक्षर किये। शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत में नेशनल नॉलेज नेटवर्क के परियोजना निदेशक आर एस मणि और भूटान के संचार मंत्रालय के निदेशक जिग्मे तेंजिन ने हस्ताक्षर किये।
If the walls could speak, those of Simotkha Dzong would have stories to tell of Bhutan and its journey so far. And today, a new chapter unveils.https://t.co/kp0NuzkxET@narendramodi @PMOIndia @RuchiraKamboj pic.twitter.com/g4y2HcGv5n
— PM Bhutan (@PMBhutan) August 17, 2019
दोनों देशों ने ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग का समझौता भी किया और इसमें बिजली खरीद के समझौते पर भारत की पीटीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक दीपक अमिताभ तथा वहां की ड्रक ग्रीन पावर कारपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डी रिंजिन ने हस्ताक्षर किये।
मुझे बहुत खुशी है कि आज हमने भूटान में RuPay कार्ड को launch किया है। इससे डिजिटल भुगतान, और व्यापार तथा पर्यटन में हमारे संबंध और बढेंगे।
हमारी साझा आध्यात्मिक विरासत और मजबूत people-to-people संबंध हमारे संबंधों की जान हैं: PM
— PMO India (@PMOIndia) August 17, 2019
न्यायिक क्षेत्र में सहयोग के लिए भूटान में भारत की राजदूत रुचिरा काम्बोज और भूटान के राष्ट्रीय विधि संस्थान के महानिदेशक लोबजांग रिंजिन ने हस्ताक्षर किये। भूटान के जिग्मे सिंग्ये वांगचुक स्कूल आफ लॉ और भारत के नेशनल लॉ स्कूल बेंगलुरु के बीच सहयोग के समझौते पर भी हस्ताक्षर किये गये शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर भी दोनों देशों के बीच सहमति बनी और भूटान रॉयल विश्वविद्यालय ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली, मुंबई और सिलचर के साथ भी सहयोग के समझौतों पर हस्ताक्षर किये।
Prime Minister @narendramodi prayed at the Semtokha Dzong in Thimphu earlier today. pic.twitter.com/wIVKtbuwlR
— PMO India (@PMOIndia) August 17, 2019
भव्य स्वागत के बाद PM नरेंद्र मोदी ने भूटान दौरे पर भारत – भूटान के बीच आपसी संबंधों को बढ़ाने पर जोर दिया। PM मोदी ने कहा, 130 करोड़ भारतीयों के दिलों में भूटान एक विशेष स्थान रखता है। मेरे पिछले कार्यकाल के दौरान, प्रधानमंत्री के रूप में मेरी पहली यात्रा के लिए भूटान का चुनाव स्वाभाविक था। इस बार भी, अपने दूसरे कार्यकाल के शुरू में ही भूटान आकर मैं बहुत खुश हूं।
More power to knowledge, innovation and learning together.
India's National Knowledge Network now extends to Bhutan. This will deepen ties between educational institutions in India and Bhutan, and will help several students. pic.twitter.com/048uQT2cRa
— PMO India (@PMOIndia) August 17, 2019
PM मोदी ने कहा, भारत और भूटान के संबंध दोनों देशों के लोगों की प्रगति, सम्पन्नता और सुरक्षा के साझा हितों पर आधारित है। भूटान की पंचवर्षीय योजनाओं में भारत का सहयोग आपकी इच्छाओं और प्राथमिकताओं के आधार पर आगे भी जारी रहेगा।
PM मोदी ने कहा, भूटान नरेशों की बुद्धिमत्ता और दूरदर्शिता ने लंबे समय तक हमारे द्विपक्षीय संबंधों का मार्गदर्शन किया है। उनके विजन ने भूटान को दुनिया के सामने एक ऐसे उदाहरण की तरह प्रस्तुत किया है जहां विकास को आंकड़ों से नहीं, खुशियों से नापा जाता है।
Called on His Majesty the King of Bhutan. We discussed ways to further deepen partnership between India and Bhutan. pic.twitter.com/yXKC1vHRuK
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2019
PM मोदी ने कहा, मुझे बहुत खुशी है कि आज हमने भूटान में RuPay कार्ड को लॉन्च किया है। इससे डिजिटल भुगतान और व्यापार तथा पर्यटन में हमारे संबंध और बढेंगे।
Joint press meet with @PMBhutan. Watch. https://t.co/856smFi65l
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2019
PM मोदी ने कहा, हाइड्रोपावर दोनों देशों के बीच सहयोग का महत्वपूर्ण क्षेत्र है। दोनों देशों ने भूटान की नदियों की शक्ति को बिजली में ही नहीं, पारस्परिक समृद्धि में भी बदला है।
130 करोड़ भारतीयों के दिलों में भूटान एक विशेष स्थान रखता है।
मेरे पिछले कार्यकाल के दौरान, प्रधानमंत्री के रूप में मेरी पहली यात्रा के लिए भूटान का चुनाव स्वाभाविक था।
इस बार भी, अपने दूसरे कार्यकाल के शुरू में ही भूटान आकर मैं बहुत खुश हूं: पीएम मोदी pic.twitter.com/x8723qVqJg
— BJP (@BJP4India) August 17, 2019
PM मोदी ने कहा, भूटान के सामान्य लोगों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत से एलपीजी की आपूर्ति को 700 से बढ़ाकर 1000 मिट्रिक टन प्रतिमाह करने का फैसला किया है। इससे क्लीन फ्यूल गांवों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।