#FitIndiaMovement : फिट इंडिया मूवमेंट की पहली वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री मोदी ने दिया मंत्र – “फिटनेस की डोज, आधा घंटा रोज़”

न्यूज़ डेस्क। आज फिट इंडिया मूवमेंट का एक साल पूरा होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिटनेस के प्रति उत्साहित लोगों और खिलाड़ियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत की। इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “फिट इंडिया मूवमेंट ने अपने प्रभाव और प्रासंगिकता को इस कोरोनाकाल में सिद्ध करके दिखाया है। वाकई, फिट रहना उतना मुश्किल काम नहीं है जितना कुछ लोगों को लगता है। थोड़े से नियम से और थोड़े से परिश्रम से आप हमेशा स्वस्थ रह सकते हैं। ‘फिटनेस की डोज, आधा घंटा रोज’ मंत्र में सभी का स्वास्थ्य छिपा है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संसार में श्रम, सफलता, भाग्य, सब कुछ आरोग्य पर ही निर्भर करता है। स्वास्थ्य है, तभी भाग्य है, तभी सफलता है। जब हम नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, तो खुद को फिट और मजबूत रखते हैं। एक भावना जागती है कि हां हम स्वयं के निर्माता हैं। एक आत्मविश्वास आता है। व्यक्ति का यही आत्मविश्वास उसको जीवन के अलग अलग क्षेत्रों में भी सफलता दिलाता है। यही बात परिवार, समाज और देश पर भी लागू है एक परिवार जो एक साथ खेलता है, एक साथ फिट भी रहता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आम तौर ये भी देखने में आता है कि कोई भी अच्छी आदत होती है, उसे हमारे माता-पिता ही हमें सिखाते हैं। लेकिन फिटनेस के मामले में अब इसका उल्टा हो रहा है। अब युवा ही initiative ले रहे हैं, और माता-पिता को भी exercise करने, खेलने के लिए motivate रहे हैं।

श्री मोदी ने कहा कि हमारे यहां कहा गया है- मन चंगा तो कठौती में गंगा। ये संदेश spiritually और socially तो महत्वपूर्ण है ही, लेकिन इसके और भी गहरे निहितार्थ हैं जो हमारी daily life के लिए बहुत जरूरी है। इसका एक ये भी मतलब है कि, हमारी mental health भी बहुत Important है। जब हमारा मन चंगा होता है, स्वस्थ होता है तो ही शरीर भी स्वस्थ रहता है।

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली, पैरा ओलंपियन देवेंद्र झाझरिया, फुलटबॉलर अशफां आशिक, फिटनेस आइकन मिलिंद सोमन, फूड एक्सपर्ट रुजुता दिवेकर, बिहार स्कूल ऑफ योगा के स्वामी शिवध्यानम सरस्वती और प्रखर विचारक मुकुल कानिटकर से फिटनेस, हेल्थ, मेंटल और फिजिकल फिटनेस जैसे विषयों पर बातचीत की और जाना कि उनके जीवन में इन बातों का क्या महत्व है।

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