भारत ने रचा इतिहास, 24 घंटे में दूसरी बार ‘प्रलय’ बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण
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नई दिल्ली। भारत ने गुरुवार को आधुनिक प्रलय अर्ध बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। ये मिसाइल 150 से 500 किलोमीटर के बीच लक्ष्य को भेद सकती है। सरकारी अफसरों ने बताया कि एक अलग रेंज के लिए मिसाइल को टेस्ट किया गया था, परीक्षण में मिसाइल ने सभी मापदंडों को पूरा किया। ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से इसका परीक्षण किया गया।
अफसरों ने बताया है कि मिसाइल का सफल परीक्षण इस लिहाज से भी खास है कि पिछले 24 घंटों में इस मिसाइल का यह दूसरा सफल परीक्षण है। कल भी इसका सफल परीक्षण किया गयाा था और आज भी इसने सफलतापूर्वक अपने टारगेट को भेदा। देश में यह पहली बार है कि किसी विकासात्मक मिसाइल के लगातार दो दिनों में दो सफल परीक्षण किए गए हैं।
प्रलय मिसाइल को डीआरडीओ(DRDO) ने विकसित की है और ये रक्षा क्षेत्र में भारत के लिए काफी अहम है। 500 किमी की दूरी तक मार करने वाली मिसाइल भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के पृथ्वी डिफेंस व्हीकल पर आधारित है। सतह से सतह पर मार करने वाली इस मिसाइल की क्षमता 500-1,000 किलोग्राम है।
Indigenously developed new surface-to-surface conventional ballistic missile ‘Pralay’ successfully flight tested from Dr APJ Abdul Kalam Island today. #NewTechnologies#AmritMahotsavhttps://t.co/kGgX3RMJ4k pic.twitter.com/cz1qm6OBdy
— DRDO (@DRDO_India) December 22, 2021
ये मिसाइल जमीन से जमीन पर सटीक निशाना लगाने में सक्षम है। यह कम दूरी की मिसाइल दुश्मन पर करीब 500 किलोमीटर तक प्रहार करने की ताकत रखती है। प्रलय मिसाइल अपने साथ 1000 किलोग्राम वजन तक का विस्फोटक ढोने में सक्षम है। इसके अलावा प्रलय मिसाइल की ये भी खासियत है कि इसको मोबाइल लॉन्चर से लॉन्च किया जा सकता है।
डीआरडीओ ने बीते हफ्ते शनिवार को ही ओडिशा के बालासोर तट से अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। अग्नि-पी अग्नि श्रेणी की मिसाइलों की नई पीढ़ी का एडवांस वर्जन है। इस मिसाइल की मारक क्षमता 1,000 से 2,000 किलोमीटर है। परीक्षण में इसने एकीकृत सभी उन्नत तकनीकों के विश्वसनीय प्रदर्शन को साबित किया।