लॉकडाउन में 24 अप्रैल से रमजान, केंद्रीय मंत्री ने की घरों में रहकर इबादत की अपील
नई दिल्ली। पवित्र महीना रमजान का आगाज 24 अप्रैल से होने जा रहा है। दीन और इबादत की लिहाज इस्लाम धर्म के अनुयायियों के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण समय होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए चल रहे लॉकडाउन के मद्देनजर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी रोजा, इबादत का पालने करने वालों से महत्वपूर्ण अपील की है।
उन्होंने ने देशवासियों को पवित्र महीना रमजान की मुबारकबाद देते लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने की अपील की है। श्री नकवी ने मंगलवार को लोगों से घरों में रहकर ही इबादत करने की अपील की।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री @naqvimukhtar ने 24 अप्रैल से प्रारंभ हो रहे रमजान के पवित्र महीने में #COVID19 के प्रकोप को देखते हुए मुस्लिम समाज से #सोशल_डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए इबादत, इफ्तार और अन्य कर्त्तव्य घर से ही करने की अपील की है। @PIB_India @PIBHindi pic.twitter.com/dwhD0PfCcY
— PIB in MP (@PIBBhopal) April 21, 2020
उन्होंने कहा कि कोरोना के कहर के कारण देश के सभी मुस्लिम धर्म गुरुओं, इमामों, धार्मिक-सामाजिक संगठनों एवं भारतीय मुस्लिम समाज ने संयुक्त रूप से 24 अप्रैल से शुरू हो रहे रमजान के पवित्र महीने में घरों पर ही रह कर इबादत, इफ्तार, तरावी एवं अन्य धार्मिक कर्त्तव्यों को पूरा करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि रमजान के पवित्र महीने में धार्मिक, सार्वजनिक, व्यक्तिगत स्थलों पर लॉकडाउन, कर्फ्यू, सोशल डिस्टेंसिंग का प्रभावी ढंग से पालन करने एवं लोगों को अपने-अपने घरों पर ही रह कर इबादत आदि के लिए जागरूक करने के लिए देश के 30 से ज्यादा राज्य वक्फ बोर्डों ने मुस्लिम धर्म गुरुओं, इमामों, धार्मिक-सामाजिक संगठनों, मुस्लिम समाज एवं स्थानीय प्रशासन के साथ मिल कर काम शुरू कर दिया है।
കൊവിഡ് പശ്ചാത്തലത്തില് റമദാൻ വ്രതകാലത്തെ പ്രാര്ത്ഥനകളും മറ്റ് അനുഷ്ഠാനങ്ങളും ജനങ്ങൾ അവരവരുടെ വീടുകളില്ത്തന്നെ നിര്വഹിക്കണമെന്ന കേന്ദ്ര മന്ത്രി ശ്രീ മുഖ്താർ അബ്ബാസ് നഖ്വിയുടെ സന്ദേശം @naqvimukhtar @PIB_India #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/feMptYd8U5
— PIB in KERALA (@PIBTvpm) April 21, 2020
उन्होंने कहा कि हाल में ही शब ए बारात को दौरान लोगों ने लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करते हुए घर में ही रहकर अपने पूर्वजों के लिए इबादत की और दुआएं मांगी। इसी प्रकार लोग आगे भी नियमों का पालन जारी रखें।