ईरान और इटली में फंसे भारतीयों की वतन वापसी, कोरोना के कहर के बाद 400 से ज्यादा लोगों को किया एयरलिफ्ट
नई दिल्ली। कोरोना वायरस से प्रभावित इटली में फंसे 211 छात्रों समेत कुल 218 भारतीय स्वदेश पहुंच गए हैं। विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि उनमें से सभी को 14 दिनों के लिए अलग रखा जाएगा। मुरलीधरन ने ट्वीट किया, ‘‘मिलान से 211 छात्रों समेत 218 भारतीय दिल्ली पहुंचे। सभी को 14 दिनों के लिए अलग रखा जाएगा। भारतीय जहां कहीं भी मुसीबत में हैं, भारत सरकार उन तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इटली सरकार, इटली में भारतीय दल, एयर इंडिया और विदेश मंत्री एस जयशंकर के सहयोग के लिए उनका शुक्रिया।
कोरोना वायरस से प्रभावित ईरान में फंसे 230 से अधिक लोगों को लेकर आ रहे एयर इंडिया के दो विमान रविवार सुबह यहां पहुंचे और यात्रियों को जैसलमेर में भारतीय सेना के स्वास्थ्य केंद्र में पृथक रखा गया है। रक्षा प्रवक्ता कर्नल संबित घोष ने बताया कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि ईरान से कुल 234 भारतीयों को निकाला गया है। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘एयर इंडिया के दो विमान से 236 लोग आज सुबह जैसलमेर पहुंचे।’’ जयशंकर ने बताया कि भारतीयों में 131 छात्र और 103 श्रद्धालु हैं। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ईरान में फंसे 234 भारतीय भारत पहुंच गए हैं जिनमें 131 छात्र और 103 श्रद्धालु हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राजदूत धामू गद्दाम और ईरान में भारतीय टीम के प्रयासों के लिए उनका शुक्रिया।
ईरानी अधिकारियों का शुक्रिया।’’ कर्नल घोष ने कहा, ‘‘उन्हें जैसलमेर में भारतीय सेना के स्वास्थ्य केंद्र में अलग रखा गया है।’’ यह केंद्र कुशल चिकित्सकों की देखरेख में अलग रखने की आवश्यक अवधि के लिए सभी उपकरणों से लैस है। उन्होंने कहा कि सैनिक विदेशों से लौट रहे देशवासियों की देखभाल और उनका सहयोग कर रहे हैं। सेना का स्वास्थ्य केंद्र नागरिक प्रशासन, हवाईअड्डा अधिकारियों और वायु सेना के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि ईरान से निकाले गए नागरिकों की उचित देखभाल की जाए। ईरान से निकाले गए भारतीयों का यह तीसरा जत्था है। 44 भारतीय श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था शुक्रवार को ईरान से यहां पहुंचा था। ईरान से 58 भारतीय श्रद्धालुओं का पहला जत्था मंगलवार को लौटा था। ईरान कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों में शामिल है और सरकार वहां फंसे भारतीयों को वापस लाने की योजनाओं पर काम कर रही है।