कोविड-19 : मुख्यमंत्रियों से प्रधानमंत्री मोदी बोले- दो गज की दूरी, हुई ढीली तो बढ़ेगा संकट
नई दिल्ली। PM नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार को रोकने, लॉकडाउन से चरणबद्ध तरीके से बाहर निकलने और आर्थिक गतिविधियां तेज करने के उपायों पर सोमवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये चर्चा की। शहरी क्षेत्रों से ग्रामीण भारत की तरफ श्रमिकों के पलायन और मजदूरों के अपने घर जाने से आर्थिक गतिविधियों की बहाली में आने वाली समस्याओं पर इस बैठक में चर्चा की जा रही है।
सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि मीटिंग में PM मोदी ने कहा कि राज्य मिलकर काम कर रहे हैं। कैबिनेट सचिव, राज्यों के सचिव से लगातार संपर्क में हैं। अधिक फोकस रखें और सक्रियता बढ़ाएं। संतुलित रणनीति से आगे बढ़ें, चुनौतियां क्या हैं, मार्ग क्या होगा, इस पर काम करें। पीएम ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि आप सभी के सुझावों से दिशा-निर्देश निर्धारित होंगे। भारत इस संकट से अपने आप को बचाने में बहुत हद तक सफल हुआ है। राज्यों ने अपनी जिम्मेदारी निभाई, दो गज की दूरी ढीली हुई तो संकट बढ़ेगा। हम लॉकडाउन कैसे लागू कर रहे हैं। यह बड़ा विषय रहा, हम सबकी भूमिका महत्वपूर्ण रही।
प्रधानमंत्री श्री मोदी और मुख्यमंत्रियों के बीच होने वाली ये चर्चा पिछली बैठकों से अलग है। इस बार दो सेशन होंगे, जिसमें सभी मुख्यमंत्रियों को बोलने का मौका मिलेगा। पिछली बैठकों में 10-11 मुख्यमंत्री ही अपनी बात रख पाते थे, क्योंकि समय कम होता था। पहले सेशन में दोपहर तीन बजे शुरू बैठक शाम 5.30 बजे तक चलेगी।
Prime Minister Shri @narendramodi chaired the 5th meeting with State Chief Ministers via video conferencing on COVID-19 situation, today.#IndiaFightsCorona pic.twitter.com/MdXjHvNfnU
— BJP (@BJP4India) May 11, 2020
गौरतलब है कि रविवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा के साथ बैठक के दौरान राज्यों के मुख्य सचिवों ने उन्हें बताया था कि कोविड-19 से सुरक्षा जरूरी है, लेकिन साथ ही आर्थिक गतिविधियों को भी चरणबद्ध तरीके से बहाल करने की जरूरत है। बैठक से पहले सूत्रों ने बताया था कि बैठक में भाग लेने वाले सभी मुख्यमंत्रियों को बातचीत के दौरान अपने विचार रखने का अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री द्वारा मुख्यमंत्रियों के साथ पिछली बार 27 अप्रैल को बातचीत किये जाने के बाद से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है, जो 28,000 के आंकड़े से बढ़ कर करीब 67,000 पर पहुंच गई है।
आज माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा हुई।
इस दौरान मैंने निम्न मांगे रखीं हैं तथा कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।
1. राज्य के अंदर आर्थिक गतिविधियों के संचालन के निर्णय का अधिकार राज्य सरकार को मिलना चाहिए pic.twitter.com/LkOOrU3ddh
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) May 11, 2020
कोरोना संकट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पांचवीं बार मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। मुख्यमंत्रियों से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी मौजूद रहे। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू समेत कई मुख्यमंत्री इस बैठक में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अध्यक्षता में कोरोना संक्रमण से बचाव और रोकथाम पर चर्चा के लिए देशभर के मुख्यमंत्रियों की आज वीडियो कांफ्रेंसिंग आयोजित की गई। वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी शामिल हुए। pic.twitter.com/pDWsQrwPc4
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) May 11, 2020
बैठक के कुछ दिनों बाद केंद्र सरकार ने लॉकडाउन की अवधि और दो हफ्तों के लिये 17 मई तक बढ़ा दी थी। हालांकि, आर्थिक गतिविधियों और लोगों की आवाजाही में कुछ छूट दी गई थी। राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन 25 मार्च से लागू है। लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को समाप्त होने से कुछ ही दिन पहले यह बैठक हो रही है। दूसरा चरण तीन मई को समाप्त हुआ था, जबकि पहला चरण 14 अप्रैल को समाप्त हुआ था।