सोनिया गांधी पर पत्रकार की तीखी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस-भाजपा में तकरार
नई दिल्ली। पालघर की घटना पर TV चैनल पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेकर की गयी वरिष्ठ पत्रकार अर्णब गोस्वामी की टिप्पणी पर कांग्रेस और भाजपा के बीच बुधवार को तकरार सामने आई। महाराष्ट्र के पालघर में भीड़ ने दो साधुओं समेत तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने रिपब्लिक टीवी के मालिक गोस्वामी की आलोचना की वहीं पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि ‘‘बहुत ही अशोभनीय बात है कि प्रधानमंत्री और भाजपा इस किस्म के टीवी एंकरों का स्तुतिगान करते हैं।’’ भाजपा की ओर से अमित मालवीय ने गोस्वामी पर कांग्रेस नेताओं के हमले के लिए विपक्षी पार्टी की आलोचना की।
प्रधान मंत्री जी,
श्रीमती सोनिया गाँधी ने एक पत्नी, एक माँ और देश पर पति की क़ुर्बानी के बाद एक विधवा के तौर पर देश सेवा का फ़र्ज़ निभाया,क्योंकि ये उनका भी वतन है।
गंदी व फूहड़ भाषा बोलने वाले आपके चाटुकार टी.वी पत्रकार चाहे यह न समझ पाएँ पर मर्यादा पुरुषोत्तम जनता पहचानती है। pic.twitter.com/YcYzjkloCT
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 22, 2020
सोनिया गांधी के खिलाफ गोस्वामी के बयान की निंदा करते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह अत्यंत सफल कांग्रेस अध्यक्ष रही हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अर्णब गोस्वामी द्वारा सोनिया गांधी जी पर अपमानजनक में किया गया हास्यास्पद हमला पूरी तरह शर्मनाक और अस्वीकार्य है। वह जब भारत आई थीं तो 22 साल की थीं और यहां 52 साल से रह रही हैं। उन्होंने अपने जीवन का अधिकतर हिस्सा देश की सेवा के लिए समर्पित कर दिया।’’ मालवीय ने गोस्वामी का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने सच बोला है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अर्णब ने सच बोला, इसलिए उन पर निशाना साधने के लिए कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए। 2013 में विकी केबल ने कहा था कि सोनिया गांधी ओडिशा और कर्नाटक में बजरंग दल को प्रतिबंधित कराना चाहती थीं लेकिन जब एम के नारायणन ने बताया कि उनकी प्रतिक्रिया पेंटेकोस्टल समूहों द्वारा जबरन धर्मांतरण के खिलाफ थी तो वह पलट गयीं।’’ उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की गोस्वामी को बर्खास्त करने की मांग पर भी निशाना साधा।
Shame on Congress for attacking Arnab because he spoke the truth.
In 2013, Wiki cable said that Sonia Gandhi wanted Bajrang Dal banned in Odisha and Karnataka, but she retracted when MK Narayanan explained that their response was against forced conversions by Pentecostal groups. pic.twitter.com/V43TdS109T— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) April 22, 2020
मालवीय ने ट्वीट किया, ‘‘मोदी को गाली बकिए, पद्मश्री प्राप्त कीजिए और राज्यसभा जाइए। अगर सोनिया गांधी का सच दिखाओ तोबर्खास्त करो। ऐसे कैसे चलेगा?’’ सुरजेवाला ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री याद रखें किसोनिया गांधी ने अपने जीवन के 50 से अधिक वर्ष भारत में, देश की सेवा करते हुए बिताए हैं। वह अपनी सास और अपने पति की बलिदान की साक्षी रही हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ गंदी और फूहड़ बोलने वाले आपके चाटुकार पत्रकार चाहे यह न समझ पाएं पर मर्यादा पुरुषोत्तम जनता पहचानती है।