शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार ली मध्य प्रदश के मुख्यमंत्री पद की शपथ

भोपाल। शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ सोमवार की रात 9 बजे राजभवन में ली। इससे पहले, सोमवार की शाम को उन्हें बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया था। शिवराज चौहान को पार्टी दफ्तर में आयोजित एक बैठक के दौरान चुन लिया गया। बैठक में दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मध्य प्रदेश के पर्यवेक्षक अर्जुन सिंह और राज्य के प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे भी शामिल हुए।

पहली बार वह 29 नवंबर 2005 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद वह 12 दिसंबर 2008 में दूसरी बार CM बने। 8 दिसंबर 2013 को शिवराज ने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली थी।

22 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ गई और कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया था। ये सभी विधायक कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे के हैँ।

कांग्रेस के बागी विधायकों का इस्तीफा मंजूर होते ही कांग्रेस के विधायकों की संख्या घटकर 92 हो गई है। वहीं, बीजेपी के पास कुल 107 विधायक है। 230 सदस्यों वाली विधानसभा में बागी विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कुल 24 सीट खाली हो गई है। ऐसे में फिलहाल बीजेपी के पास बहुमत के लिए जरूरी विधायकों की संख्या मौजूद है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस के सभी 22 बागी विधायक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष J.P.नड्डा और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में दिल्ली में आज भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इन्हीं बागी विधायकों की वजह से मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार शुक्रवार को गिर गई थी।

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