अर्नब की गिरफ्तारी मामले में महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने रायगढ़ के SP को भेजा समन, केस से जुड़े रिकॉर्ड के साथ कल 11 बजे तक पेश होने का निर्देश

न्यूज़ डेस्क। अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी और पुलिस की ज्यादती को महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने गंभीरता से लिया है। अर्नब की गिरफ्तारी के खिलाफ दायर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए आयोग ने रायगढ़ SP को नोटिस भेजकर कल सुबह 11 बजे तक पेश होने को कहा है। साथ ही सारे सबूत आयोग के समक्ष पेश करने के निर्देश भी दिए हैं।

वकील आदित्य मिश्रा ने अर्णब गोस्वामी की अवैध गिरफ्तारी के खिलाफ महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग के समक्ष एक याचिका दायर की थी और मामले पर तत्काल विचार करने की अपील की थी।

गौरतलब है कि बुधवार को मुंबई पुलिस बिना समन जारिए किए अर्नब गोस्वामी के घर पर पहुंच गई और उन्हें जबरन अपने साथ पुलिस वैन में ले गई। अर्नब गोस्वामी ने कहा कि मुंबई पुलिस ने उनकी सास, सुसर, बेटे और पत्नी के साथ मारपीट की।

जब अर्नब को जबरदस्ती पुलिस वैन में बिठाया जा रहा था, तब उन्होंने कैमरे को देखकर कुछ बोलने की कोशिश की। वैन की खिड़की से उन्होंने बोला- “उन्होंने मेरे बेटे के साथ मारपीट की। मेरे रिश्तेदारों से मिलने नहीं दिया। मेरे साथ मेरे घर में मारपीट की गई। मैं चाहता हूं कि भारत की न्याय व्यवस्था और देश के लोग इसे देखें।”

अर्नब की पत्नी सम्यब्रता रे गोस्वामी ने कहा कि पुलिस ने अर्नब गोस्वामी के साथ गलत व्यवहार किया और जांच अधिकारी ने अर्नब को ये कहते हुए धमकी दी कि “मैं कुछ भी कर सकता हूं।” हमारे कैमरे तब तक चालू नहीं थे, लेकिन उन्होंने अर्नब की पिटाई कर दी, उन्होंने अपने भी कैमरे बंद कर दिए। उन्होंने उन्हें बालों से पकड़ रखा था।

सम्यब्रता रे गोस्वामी ने कहा कि अर्नब को वकील से बात नहीं करने दिया गया। मुझे कुछ कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया। कई वीडियो सामने आए है, जिसमें अर्नब के शरीर पर मारपीट के निशान साफ नजर आते हैं। पुलिस की इस अमानवीय कर्रावाई के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश है।

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