यूपी में बकरीद के लिए दिशा निर्देश जारी, जानें योगी सरकार की तरफ से जारी पूरी गाइडलाइंस

न्यूज़ डेस्क। उत्तर प्रदेश सरकार ने 21 जुलाई को मनाए जाने वाले बकरीद के त्योहार के लिए दिशा-निर्देश जारी किए। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को बकरीद पर्व के मद्देनजर सभी जरूरी इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।

सीएम योगी ने निर्देश दिए कि कोविड महामारी को देखते हुए पर्व से जुड़े किसी आयोजन में एक समय में 50 से अधिक लोग एक स्थान पर एकत्र नहीं हों। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी गोवंशीय पशु, ऊंट और अन्य किसी प्रतिबंधित जानवर की कुर्बानी नहीं हो। उन्होंने कहा कि कुर्बानी का कार्य सार्वजनिक स्थान पर नहीं किया जाए। इसके लिए चिन्हित स्थलों और निजी परिसरों का ही उपयोग हो। इस दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए।

गौरतलब है कि बकरीद का पर्व पैगंबर हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम द्वारा अल्लाह के प्रति अगाध प्रेम और त्याग की भावना को याद करते हुए मनाया जाता है। इस बार यह त्योहार 21 जुलाई को मनाया जाएगा.

इस दिन मुसलमान लोग अच्छे कपड़े पहनते हैं। महिलाएं विशेष पकवानों को पकाती हैं. इस दिन सुबह जल्दी उठकर नहा धोकर नए कपड़े पहने हैं और ईदगाह में ईद की नमाज़ अदा करते हैं। नमाज़ के बाद एक दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते हैं और इसके बाद जानवरों की कुर्बानी का सिलसिला शुरू हो जाता है।

इस्लाम धर्म में कुर्बानी का बहुत बड़ा महत्व है। कुर्बानी अल्लाह को राज़ी और खुश करने के लिए की जाती है। इस्लाम धर्म की मान्यताओं के अनुसार, एक बार अल्लाह ने हज़रत इब्राहिम का इम्तिहान लेना चाहा। माना जाता है कि अल्लाह ने हज़रत इब्राहिम को अपनी राह में उनकी सबसे प्यारी चीज़ को कुर्बान करने का हुक्म दिया था। हज़रत इब्राहिम को सबसे ज्यादा अज़ीज़ अपने बेटे हज़रत इस्माइल ही थे।

अल्लाह के इस खास हुक्म के बारे में जब हज़रत इब्राहिम ने अपने बेटे को यह बात बताई, तो वह कुर्बान होने के लिए राज़ी हो गए। वहीं, दूसरी ओर हज़रत इब्राहिम ने भी अपने बेटे की मोहब्बत से बढ़कर अल्लाह के हुक्म को अहमियत दी और वे अल्लाह की राह में अपने बेटे को कुर्बान करने के लिए राज़ी हो गए।

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