आपने भी नहीं देखा होगा आधा किलो का अमरूद (भीही-जाम), खुद कलेक्टर भी हो गए हैरान
न्यूज़ डेक्स। पाली कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन, उपखंड अधिकारी श्रीनिधि बीटी और तहसीलदार सर्वेश्वर निम्बार्क किसान से मिले। इसके बाद फिर जो अमरूद का फल देखा, देखते ही रह गए।
बाली उपखंड के किसान लालसिंह और लक्ष्मण सिंह वागेला कई फसलों की खेती करते हैं लेकिन अमरूद और नींबू की खेती उन्हें दूसरे किसानों से एक अलग पहचान दिलाती है। लालसिंह करीबन 25 एकड़ जमीन पर खेती करते हैं, जिसमें से तीन एकड़ से अधिक जमीन पर अमरूद की खेती करते हैं।
कृषक लालसिंह कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन को बताया कि चार साल पहले बीएनआर किस्म के अमरूद के पौधे लगाए थे। इसे थाई ग्वावा भी कहते हैं। इसके एक एकड़ में 400 पौधे लगते हैं। वो बताते हैं कि ‘एक पेड़ से दूसरे पेड़ के बीच में 12 फुट सामने और आठ फुट की दूरी पर बगल में पौधे लगाने चाहिए। एक एकड़ में पहली बार पौधे लगाने में कुल एक लाख रुपये का खर्च आता है। एक पेड़ से 25 से 30 किलो ग्राम तक फल प्राप्त होते हैं।
पाली जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन ने किसान से बिज से लेकर खाद, बीज और पेयजल और वातानुकूलित मौसम और रख रखाव सबंधी जानकारी लेकर कहा कि आप और भी आधुनिक बनो और अन्य किसान भी फल उत्पादन में आगे आए। इसको लेकर कृषि अधिकारियो की टीम बाली आएगी और अन्य कृषकों को लाभांवित करेगी।