कुख्यात अपराधी विकास दुबे का समाजवादी पार्टी से था गहरा नाता, सपा कार्यकर्ता की गाडी से पहुंचा था महाकाल मंदिर, एनकाउंटर पर अखिलेश यादव ने उठाया सवाल

लखनऊ। कानपुर के बिकरू गांव में DSP देवेंद्र मिश्र समेत आठ पुलिसकर्मियों को शहीद करने वाला कुख्यात अपराधी शुक्रवार की सुबह एनकाउंटर में मारा गया। यूपी STF उसे लेकर उज्जैन से कानपुर आ रही थी, इस दौरान गाड़ी पलट गई और विकास दुबे ने भागने की कोशिश की। एनकाउंटर में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए। विकास दुबे का एनकाउंटर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की क्राइम के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति करार दिया जा रहा है और इसकी खूब तारीफ हो रही है। लेकिन इस एनकाउंटर से सबसे अधिक परेशान समाजवादी पार्टी है। आइए आपको बताते हैं समाजवादी पार्टी की इस परेशानी की वजह क्या है।

दरअसल विकास दुबे समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ था। जैसे ही विकास दुबे के एनकाउंटर की खबर फैली समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश ने इस एनकाउंटर पर सवाल उठाने के लिए ट्विट करने में देरी नहीं की। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई।’

विकास दुबे के एनकाउंटर पर समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने भी सवाल उठाए।​ सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि एनकाउंटर करवा कर आपने अपने विधायकों और अधिकारियों को बचा लिया।

कानपुर शूटआउट के बाद से ही विकास दुबे के सपा नेताओं के साथ संबंध को लेकर तथ्य सामने आने लगे थे। उज्जैन में यूपी रजिस्ट्रेशन वाली एक कार मिलने के बाद से सपा से उसके संबंधों को लेकर सोशल मीडिया में दावे किए गए। सोशल मीडिया में कहा गया कि विकास दुबे महाकाल मंदिर में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मनोज यादव के नाम पर रजिस्टर्ड गाड़ी में पहुंचा था।

विकास दुबे के अखिलेश यादव के विधायक सतीश निगम से भी संबंध थे। एक तस्वीर में विकास दुबे और विधायक सतीश निगम एकसाथ गहन चर्चा में दिखाई दे रहे हैं। अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे शिव कुमार बेरिया समाजवादी पार्टी के कई मंत्री विकास दुबे के घर पर आते-जाते थे।

विकास दुबे किस तरह समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ था, इसका सबूत आप भी देख सकते हैं। विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे ने साल 2015 में गांव में समाजवादी पार्टी की आजीवन सदस्यता ली थी। ऋचा दुबे ने अधिकृत प्रत्याशी के लिए फॉर्म भरा था। उसने फॉर्म में सपा की सदस्यता का नंबर भी भरा।

ऋचा दुबे ने सपा के स्वघोषित समर्थन से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था। विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे का एक पोस्टर इसका स्पष्ट प्रमाण है। ये पोस्टर उस वक्त का है, जब रिचा दुबे घिमऊ से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही थीं। जिला पंचायत सदस्य पद की दावेदार रिचा दुबे को उस वक्त समाजवादी पार्टी का समर्थन प्राप्त था। उसके पोस्टर में मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की तस्वीरें भी साफ दिखाई दे रही हैं।

पूर्व में समाजवादी पार्टी के संरक्षण और विकास दुबे की दहशत का ही नतीजा था कि उसने 15 वर्षों से जिला पंचायत सदस्य का पद कब्जा रखा था। वह खुद तो जिला पंचायत था ही, साथ ही उसने अपनी पत्नी ऋचा को घिमऊ से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़वाया था। जिसमें वह जीत गई थीं। यही नहीं उसने अपने चचेरे भाई अनुराग दुबे को पंचायत सदस्य बनवाया था।

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