GSAT-30 सफलतापूर्वक हुआ लॉन्च, ISRO को मिली एक और कामयाबी, संचार क्षेत्र में आएगी क्रांति
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने एक संचार उपग्रह जीसैट-30 को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। यह सैटेलाइट दक्षिण अमेरिका के उत्तरपूर्वी तट पर कौरो के एरियर प्रक्षेपण तट से छोड़ा गया। इसरो का यह साल 2020 का पहला मिशन था।
#GSAT30 successfully separated from the upper stage of #Ariane5 #VA251 pic.twitter.com/XraPhj37Xl
— ISRO (@isro) January 16, 2020
ऐसा कहा जा रहा है कि इस सैटेलाइट से भारत में संचार क्रांति आएगी। यह इनसैट सैटेलाइट की जगह काम करेगा। इससे सरकारी और प्राइवेट कंपनियों को संचार लिंक प्रदान करने की क्षमता बढ़ेगी।
India's communication satellite #GSAT30 was successfully launched into a Geosynchronous Transfer Orbit by #Ariane5 #VA251.
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Image Courtesy: Arianespace pic.twitter.com/67csn0zZq7
— ISRO (@isro) January 16, 2020
ISRO ने बताया है कि GSAT-30 के कम्यूनिकेशन पेलोड को अधिकतम ट्रांसपोंडर लगाने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। सैटेलाइट का इस्तेमाल व्यापक रूप से वीसैट नेटवर्क, टेलीविजन अपलिंकिंग, टेलीपोर्ट सेवाएं, डिजिटल सैटलाइट खबर संग्रहण (डीएसएनजी), डीटीएच टेलीविजन सेवाओं के साथ जलवायु परिवर्तन को समझने और मौसम की भविष्यवाणी करने के लिए किया जाएगा।
#Ariane5 Flight #VA251 carrying #GSAT30 and EUTELSAT KONNECT successfully liftoff pic.twitter.com/PLRiMgidPw
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इसका वजन करीब 3100 किलोग्राम है। यह 15 सालों तक काम करता रहेगा। इसे जियो-इलिप्टिकल ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा। इसमें दो सोलर पैनल होंगे और बैटरी होगी जिससे इसे ऊर्जा मिलेगी। यह 107वां एरियन 5वां मिशन है। कंपनी के 40 साल पूरे हो गए हैं।