‘वापस लौट आओ, यही एक रास्ता है’, भगोड़े आर्थिक अपराधियों को पीएम मोदी का सख्त संदेश, बैंकों को दी इकॉनमी में भागीदारी की सलाह

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ‘बिल्ड सिनर्जी फॉर सीमलेस क्रेडिट फ्लो एंड इकोनॉमिक ग्रोथ’ के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देश के बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थाओं को हजारों करोड़ रुपए का चूना लगाकर विदेशों में छुपे बैठे आर्थिक अपराधियों को कड़ी चेतावनी दी।

उन्होंने स्पष्ट कहा, “भगोड़े आर्थिक अपराधियों को देश वापस लाने के लिए हम हर तरह के कूटनीतिक और कानूनी चैनलों का इस्तेमाल कर रहे हैं। मैसेज बहुत ही स्पष्ट है देश वापस लौट आओ। यही एकमात्र रास्ता है।”

भारत सरकार विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे बड़े आर्थिक अपराधियों को वापस लाने के लिए प्रयास कर रही है। उल्लेखनीय है कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक को करीब 13,500 करोड़ रुपए से अधिक का चूना लगाकर विदेश फरार हो गया था, जबकि विजय माल्या ने बैंकों को 9000 करोड़ रुपए का चूना लगाया था। दोनों को ही भगोड़ा घोषित किया जा चुका है।

कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान हालाँकि, किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे बड़े आर्थिक अपराधियों की ओर था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकों को संबोधित करते हुए कहा कि बैंको को लोन लेने के लिए आने वाले व्यक्ति के लिए मंजूरी देने वाला बनने की बजाय अब भागीदार की तरह व्यवहार करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा, “बीते 6-7 सालों में बैंकिंग सेक्टर में जो रिफॉर्म किए गए, बैंकों को जो समर्थन दिया गया, उससे मौजूदा वक्त में देश का बैंकिंग सेक्टर बहुत ही मजबूत स्थिति में है। 2014 से पहले की जितनी भी परेशानियाँ थीं, हमने उनके समाधान के रास्ते तलाशे हैं। हमने एनपीए की समस्या को सुलझाने के साथ ही बैंकों को रिकैपिटलाइज कर उनकी ताकत को बढ़ाया।”

पीएम मोदी ने बिना नाम लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले की सरकारों के समय में जितने धन को इधर-उधर फँसाया गया था। उसमें से अब तक बड़े पैमाने पर वसूली की जा चुकी है। इससे पहले के लोगों की एक सोच थी ‘बैंक हमारी है और बैंक में जो भी है वो भी हमारा ही है’ वहाँ रहे या मेरे यहाँ रहे क्या फर्क पड़ता है? पीएम ने कहा कि हाल ही में स्थापित नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (NARCL) बैंकिंग क्षेत्र की लगभग 2 लाख करोड़ रुपए के स्ट्रेस एसेट के आने वाले समय में रिजॉल्व होने की संभावना है।

पीएम मोदी ने बैंकों से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए काम करने की अपील करते हुए कहा कि भारत के बैंकों के लिए यही समय है कि अपनी बैलेंस शीट के साथ देश की बैलेंस शीट को भी बढ़ाने के लिए काम करें। इसके लिए पीएम मोदी ने बैंकों को कस्टमर का इंतजार करने की बजाय खुद उसकी जरूरतों का अनुमान लगाकर उसके पास जाने की सलाह दी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनधन अकाउंट खोलने की शुरुआत का जिक्र करते हुए बैंकिंग सेक्टर की तारीफ की और कहा कि बैंकों के कारण ही जनधन दुनिया के सामने एक बड़ा उदाहरण बन गया। उन्होंने ये भी कहा कि बैंकों की रिपोर्ट से ये भी पता चला है कि जनधन खातों के कारण अपराध में भी कमी आई है।

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