चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ का महाराष्ट्र-गुजरात पर संकट, PM मोदी ने उद्धव-रूपाणी से की बात, दिया हरसंभव मदद का भरोसा

मुंबई। कोरोना वायरस संक्रमण संकट के चलते पहले से ही बुरी तरह जूझ रहे महाराष्ट्र और गुजरात में ‘निसर्ग’ तूफान का खतरा बढ़ गया है। वहां पर मंगलवार की शाम को बारिश शुरू हो गई। ऐसा माना जा रहा है कि निसर्ग तूफान अलीबाग में कल पहुंच सकता है। मुंबई पुलिस ने धारा 144 लागू लगा दी है ताकि लोगों को समुद्र के पास और अन्य तटवर्ती इलाकों में जाने से रोका जा सके। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के लोगों से अगले 2 दिनों तक अपने घरों से बाहर न जाने की अपील की है।
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महाराष्ट्र और गुजरात में निसर्ग तूफान के संकट के देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गुजरात के सीएम विजय रूपाणी से बात कर उन्हें हरसंभव मदद देने का आश्वसन दिया है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने दमन दीव, दादर और नगर हवेली के प्रशासक प्रफूल कुमार पटेल से भी चक्रवात तूफान की स्थिति पर चर्चा की।
Depression over east-central Arabian sea intensified into Deep Depression. To intensify further into a Severe Cyclonic Storm and cross Maharashtra coast during 3rd June afternoon.Cyclone Alert for north Maharashtra south Gujarat coasts: IMD pic.twitter.com/jN16PDfKGw
— DeshGujarat (@DeshGujarat) June 2, 2020
महाराष्ट्र और गुजरात की ओर बढ़ रहे तूफान ‘निसर्ग के मद्देनजर एनडीआरएफ ने दोनों राज्यों के तटीय जिलों में अपनी 33 टीमें तैनात की हैं। यह जानकारी बल के प्रमुख ने मंगलवार को दी। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDMA) के महानिदेशक एस एन प्रधान ने एक वीडियो संदेश में बताया, ”गुजरात और महाराष्ट्र” में बल की क्रमश: 11 और 10 टीमें हैं और उन्हें तटीय जिलों में तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि गुजरात के अनुरोध पर पंजाब से और पांच टीमों को विमान के जरिए पहुंचाया जा रहा है। प्रधान ने बताया कि गुजरात में एनडीआरएफ की कुल 17 टीमें होंगी जिनमें दो टीमों को रिजर्व रखा गया है जबकि पड़ोसी महाराष्ट्र में छह रिजर्व टीमों सहित बल की 16 टीमें होंगी। उन्होंने कहा, ”इसके साथ ही इन दोनों राज्यों में कुल 33 टीमों को तैनात किया जा रहा है।”
उल्लेखनीय है कि NDMA की एक टीम में करीब 45 जवान होते हैं और वे पेड़ तथा खंभे काटने की मशीन, संचार उपकरण, छोटी नौकाओं और मूलभूत चिकित्सा शाखा से लैस होती है। प्रधान ने कहा कि टीमों ने जमीन पर काम शुरू कर दिया है और वे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और स्थानीय लोगों में जागरूकता पैदा करने में लगी हैं।
उन्होंने कहा, ”हालांकि, यह प्रचंड चक्रवाती तूफान नहीं है, लेकिन सभी मूलभूत तथ्यों को ध्यान में रखकर सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। हम बेहतर होने की उम्मीद कर रहे हैं लेकिन हमें सबसे बुरे हालात के लिए भी तैयार रहना चाहिए। चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग के बुधवार को गुजरात और महाराष्ट्र के तट से टकराने का अनुमान है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि तूफान के तीन जून को दक्षिण गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तट से होकर गुजरने का अनुमान है। IMD ने बताया कि जब तूफान तीन जून की शाम तट से गुजरेगा, उस समय 105 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। दक्षिण गुजरात और तटीय महाराष्ट्र में भारी वर्षा होने का भी अनुमान है।